लखनऊ में नर्सिंग छात्रा से वकीलों ने की छेड़खानी: रास्ता रोककर गंदे इशारे किए, 4 किलोमीटर तक पीछा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी में महिला सुरक्षा पर सवाल खड़ा करती एक और शर्मनाक घटना सामने आई है। एक नर्सिंग छात्रा के साथ कार में सवार कुछ वकीलों ने बीच सड़क पर छेड़खानी की, गाली दी और करीब 4 किलोमीटर तक पीछा किया। पीड़िता अपने भाई के साथ बाइक से घर लौट रही थी।
🔹 भाई के साथ थी, फिर भी नहीं रुकी हरकत
पीड़िता ने बताया कि वह एक निजी नर्सिंग कॉलेज में पढ़ती है और घटना के वक्त अपने भाई के साथ बाइक पर थी। तभी एक कार में सवार कुछ युवक उनके पीछे लगे और पीछा करते हुए अश्लील इशारे करने लगे। जब बाइक को ओवरटेक कर रास्ता रोका गया, तो गाली-गलौज शुरू कर दी गई।
📍 एफआईआर दर्ज, पुलिस कर रही जांच
छात्रा और उसके भाई ने थाने पहुंचकर पूरे घटनाक्रम की शिकायत की। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और इलाके के सीसीटीवी कैमरों की मदद से कार की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, शुरुआती जानकारी में सामने आया है कि कार में सवार युवक खुद को वकील बता रहे थे।
🛑 महिला सुरक्षा फिर सवालों के घेरे में
महज कुछ ही महीनों में यह लखनऊ में महिला उत्पीड़न का चौथा बड़ा मामला है। एक तरफ सरकार महिला सुरक्षा को लेकर तमाम योजनाओं और हेल्पलाइन नंबरों का प्रचार करती है, वहीं दूसरी ओर राजधानी की सड़कों पर छेड़खानी और उत्पीड़न की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
🗣️ समाज में जिम्मेदार पेशे का ऐसा व्यवहार?
वकील जैसे जिम्मेदार पेशे से जुड़े लोग अगर खुद कानून की धज्जियां उड़ाएं, तो आम नागरिकों का भरोसा टूटना तय है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर वर्दी और वकालत के पीछे छिपे ऐसे चेहरों को कब सज़ा मिलेगी?
✅ पुलिस की कार्रवाई पर निगाहें
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपियों की पहचान जल्द की जाएगी और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। महिला आयोग और मानवाधिकार संगठनों ने भी मामले को संज्ञान में लेने की बात कही है।
🔚 निष्कर्ष:
इस घटना ने साफ कर दिया है कि राजधानी की सड़कों पर महिलाएं कितनी असुरक्षित हैं — चाहे वह छात्रा हो, नौकरीपेशा महिला या फिर घरेलू महिला। सिर्फ कानून बनाना काफी नहीं, उन्हें सख्ती से लागू करना और दोषियों को समय पर सजा दिलाना अब बेहद जरूरी हो गया है।