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लखनऊ एयरपोर्ट पर एअर इंडिया फ्लाइट में तकनीकी खराबी: टेकऑफ से पहले पायलट ने रोकी उड़ान, 100 यात्री रहे सुरक्षित

हैदराबाद जाने वाली फ्लाइट में आई तकनीकी गड़बड़ी, समय रहते रोक दी गई उड़ान, यात्रियों को करना पड़ा इंतज़ार

लखनऊ। शुक्रवार सुबह लखनऊ एयरपोर्ट पर हैदराबाद के लिए उड़ान भरने जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब टेकऑफ से पहले पायलट को तकनीकी खराबी का अंदेशा हुआ। फ्लाइट रनवे तक पहुंच चुकी थी लेकिन अंतिम जांच के दौरान जैसे ही गड़बड़ी की पुष्टि हुई, पायलट ने तत्काल निर्णय लेकर विमान को वहीं रोक दिया।

फ्लाइट में कुल 100 यात्री सवार थे। सभी यात्रियों को सुरक्षित विमान से बाहर निकाला गया और एयरपोर्ट पर इंतजार के लिए भेजा गया। एयरपोर्ट प्रशासन और एअर इंडिया के तकनीकी दल ने तत्काल जांच शुरू की और विमान की उड़ान रद्द कर दी गई।

पायलट की सतर्कता से टली बड़ी दुर्घटना

सूत्रों के अनुसार, टेकऑफ की प्रक्रिया शुरू होते ही पायलट को इंजन संबंधी तकनीकी अलर्ट मिला। यह अलर्ट समय पर मिलने से पायलट ने विमान को रनवे पर ही रोकने का फैसला किया और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को सूचित किया।

एअर इंडिया प्रबंधन के अनुसार, “यात्रियों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। तकनीकी टीम मामले की पूरी जांच कर रही है और वैकल्पिक फ्लाइट की व्यवस्था की जा रही है।”

यात्रियों में असमंजस और नाराजगी, लेकिन राहत की सांस भी

कुछ यात्रियों ने उड़ान रद्द होने पर असमंजस और नाराजगी जताई, लेकिन पायलट की सतर्कता और समय पर लिए गए निर्णय के चलते संभावित दुर्घटना से बचाव होने पर उन्होंने राहत की भी सांस ली।

यात्री अमित वर्मा ने बताया, “हम फ्लाइट में बैठ चुके थे और टेकऑफ का इंतजार कर रहे थे, तभी अचानक घोषणा हुई कि विमान को तकनीकी कारणों से रोका गया है। पहले घबराहट हुई, लेकिन बाद में समझ आया कि ये हमारी सुरक्षा के लिए सही था।”

फ्लाइट रद्द, वैकल्पिक उड़ान की तैयारी में एअर इंडिया

एअर इंडिया ने सभी यात्रियों को फ्लाइट रद्द होने की जानकारी देकर वैकल्पिक उड़ानों के लिए विकल्प देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। कुछ यात्रियों को अन्य उड़ानों में समायोजित किया गया, वहीं बाकी यात्रियों को एयरपोर्ट पर ही रुकने की सलाह दी गई।

एविएशन विशेषज्ञों की राय

हवाई यात्रा में तकनीकी समस्याएं असामान्य नहीं हैं, लेकिन ऐसी स्थिति में पायलट की सजगता ही सबसे बड़ी सुरक्षा कवच बनती है। इस मामले में भी पायलट की तत्परता ने एक बड़ी घटना को टाल दिया।


निष्कर्ष:
इस घटना ने यह साफ कर दिया कि उड़ानों में तकनीकी जांच और पायलट की सतर्कता कितनी आवश्यक होती है। भले ही यात्रियों को असुविधा हुई हो, लेकिन उनकी सुरक्षा को प्राथमिकता देना ही किसी भी एयरलाइन का असली दायित्व होता है।

News Desk

Written by News Desk

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