शादी के दूसरे दिन दुल्हन ने की आत्महत्या: पति से हंसते हुए बोली- “मैंने चूहामार खा लिया है”, 4 साल प्रेमी के साथ रही थी
झांसी में नई नवेली दुल्हन ने शादी के अगले दिन जहर खा लिया, तीन दिन इलाज के बाद तोड़ा दम; प्रेमी से अलग होकर हुई थी शादी

उत्तर प्रदेश : के झांसी जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां शादी के दूसरे ही दिन नवविवाहिता ने आत्महत्या कर ली। उसने जहर खाकर अपनी जान दे दी। तीन दिन तक झांसी मेडिकल कॉलेज में इलाज चला, लेकिन सोमवार को उसकी मौत हो गई।
चार साल प्रेमी के साथ रही थी दुल्हन
मरने वाली युवती का नाम सोनिया है, जो शादी से पहले चार साल तक एक गैर समुदाय के युवक के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रही थी। युवती ने अपने प्रेमी से शादी करने की जिद की थी, लेकिन परिवार ने जाति और धर्म के कारण उस रिश्ते को मंजूर नहीं किया।
माता-पिता की जिद पर हुई शादी, लेकिन खुशी नहीं मिली
परिवार ने समाज और परिवार की प्रतिष्ठा को देखते हुए सोनिया की शादी उसी समुदाय के एक युवक से करवा दी। शादी धूमधाम से हुई, लेकिन सोनिया इस रिश्ते से खुश नहीं थी। शादी के दूसरे दिन उसने अचानक अपने पति से हंसते हुए कहा, “मैंने चूहामार खा लिया है।” पति को पहले लगा कि वह मजाक कर रही है, लेकिन जब उसकी तबीयत बिगड़ी, तो उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया।
मेडिकल कॉलेज में तीन दिन तक चला इलाज
सोनिया को झांसी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां तीन दिन तक डॉक्टरों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन उसकी हालत लगातार बिगड़ती चली गई। अंततः सोमवार को उसने दम तोड़ दिया।
पुलिस कर रही है मामले की जांच
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने आत्महत्या के कारणों की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में प्रेम संबंधों और परिवारिक दबाव को कारण माना जा रहा है। पुलिस सोनिया के परिवार और उसके प्रेमी से भी पूछताछ कर रही है।
परिवार और प्रेमी के बीच फंसी जिंदगी
सोनिया चार साल तक अपने प्रेमी के साथ खुशी-खुशी रही, लेकिन परिवार के दबाव में उसकी शादी किसी और से कर दी गई। परिवार का कहना है कि उन्होंने समाज के डर से यह कदम उठाया, जबकि सोनिया इस शादी से खुश नहीं थी।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि किसी भी रिश्ते में सहमति और समझ बहुत जरूरी है। जबरदस्ती किए गए रिश्ते व्यक्ति को मानसिक तनाव में डाल सकते हैं। यदि कोई इस तरह की स्थिति में है, तो उसे परिवार और दोस्तों से खुलकर बात करनी चाहिए या प्रोफेशनल मदद लेनी चाहिए।
आत्महत्या समाधान नहीं, मदद लें
यदि आप या आपका कोई जानने वाला मानसिक तनाव में है, तो तुरंत मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ की मदद लें। अपने परिवार और दोस्तों से बातचीत करें। जिंदगी अनमोल है और हर समस्या का समाधान होता है।