अहिल्याबाई की जयंती पर गरजे उपराष्ट्रपति: जो हम पर हाथ डालेगा, उसे छोड़ेंगे नहीं; CM योगी बोले- इतिहास ने न्याय नहीं किया, अब समय देगा सम्मान

आगरा। रविवार को अहिल्याबाई होल्कर की जयंती के अवसर पर आगरा में एक भव्य और ऐतिहासिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम में करीब 15 हजार से अधिक लोग मौजूद रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस दौरान मंच से समाज, सम्मान और स्वाभिमान को लेकर कई अहम बातें कही गईं।
🗣️ उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का भावुक और तेज़ बयान
उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा:
“जो हम पर हाथ डालेगा, उसे छोड़ेंगे नहीं।”
उन्होंने स्वयं को धनगढ़ समाज से जोड़ते हुए कहा,
“अहिल्याबाई धनगर थीं, और मैं धनगढ़ हूं। यह मेरा सौभाग्य है कि उनके जैसी महान देवी की धरती पर आकर उन्हें नमन कर रहा हूं।”
धनखड़ ने यह भी कहा कि अब समय आ गया है जब समाज को उसकी सही पहचान और अधिकार वापस मिलें।
🗨️ सीएम योगी आदित्यनाथ का ऐतिहासिक संदर्भ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में कहा:
“इतिहास ने अहिल्याबाई जैसी महान विभूतियों के साथ न्याय नहीं किया, लेकिन अब समय उन्हें वह सम्मान देगा, जिसकी वह सदियों से पात्र थीं।”
उन्होंने धनगर समाज को राज्य सरकार द्वारा दी जा रही योजनाओं और संरक्षण की भी जानकारी दी और विश्वास दिलाया कि उनकी सरकार सांस्कृतिक पुनर्जागरण में अहम भूमिका निभा रही है।
📸 कार्यक्रम की प्रमुख बातें:
- स्थल: आगरा, उत्तर प्रदेश
- अवसर: अहिल्याबाई होल्कर जयंती
- मुख्य अतिथि: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
- उपस्थित लोग: 15,000+
- मुख्य संदेश: “सम्मान, सुरक्षा और समाज का आत्मगौरव पुनः स्थापित करना।”
📢 धनगर समाज में उत्साह
इस कार्यक्रम ने धनगर समाज में एक नई ऊर्जा और स्वाभिमान का संचार किया है। उपराष्ट्रपति और मुख्यमंत्री दोनों के बयानों से समाज को यह संदेश गया कि उनकी पहचान और योगदान को अब राष्ट्रीय पटल पर उचित स्थान मिलेगा।
📌 निष्कर्ष:
अहिल्याबाई होल्कर की जयंती अब केवल एक परंपरा नहीं रही, यह एक सांस्कृतिक आंदोलन का रूप ले रही है, जिसमें इतिहास को पुनः परिभाषित किया जा रहा है।
उपराष्ट्रपति और मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए सशक्त संदेशों ने इस आंदोलन को राष्ट्रीय पहचान दिलाने की दिशा में एक मजबूत कदम दिया है।