
करनाल। 2007 की एक सनसनीखेज और दिल दहला देने वाली घटना की कहानी सामने आई है, जिसने उस समय पूरे इलाके को दहला दिया था। जून माह की 15 तारीख शाम लगभग 5 बजे की बात है जब हरियाणा रोडवेज की बस कुरुक्षेत्र से करनाल की ओर तेज रफ्तार में बढ़ रही थी। बस के सामने अचानक एक सफेद रंग की स्कॉर्पियो आई और रुक गई, जिसके बाद 8-10 आरोपियों ने अमानवीय अत्याचार शुरू कर दिए।
घसीटे जाने का दर्दनाक सच
आरोपियों ने एक लड़के को स्कॉर्पियो से बांधकर लगभग 3 किलोमीटर तक घसीटा। इस दौरान लड़के के साथ जानलेवा अत्याचार किए गए। लड़की के सामने इस क्रूरता को अंजाम दिया गया, जिसमें लड़के के प्राइवेट पार्ट में डंडा डालने जैसी घिनौनी हरकत भी शामिल थी।
सल्फास खिलाने की घटना
जघन्य अपराध के तहत लड़की को सल्फास खिलाकर उसकी जान लेने की कोशिश भी की गई। यह घटना उस क्षेत्र में कानून और इंसानियत दोनों को शर्मसार करने वाली थी।
केस की जांच और कानूनी प्रक्रिया
इस मामले में करनाल पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की थी। आरोपियों को पकड़ने के लिए कई टीमें लगाई गईं। घटना के बाद से इस केस की गूंज आज भी सुनाई देती है। हाल ही में इस केस को लेकर पार्ट-1 रिपोर्टिंग की गई है, जिससे मामले के कई पहलू उजागर हो रहे हैं।
पीड़ित परिवार की मांग न्याय की
पीड़ित परिवार ने दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है। उन्होंने बताया कि यह मामला सिर्फ करनाल ही नहीं बल्कि पूरे हरियाणा में मानवाधिकारों की उपेक्षा का उदाहरण है।
निष्कर्ष
करनाल डबल मर्डर केस 2007 में हुई क्रूरता की याद दिलाता है, जिसमें एक युवक और युवती के साथ अमानवीय अत्याचार किए गए। यह घटना समाज को सोचने पर मजबूर करती है कि ऐसी हिंसा और अत्याचार के खिलाफ सख्त कानून और न्याय सुनिश्चित करना कितना जरूरी है।