देश में कोरोना के 1200 एक्टिव केस, अब तक 12 मौतें: UP-बिहार दौरे के बाद PM मोदी के करीबी स्टाफ का होगा टेस्ट

नई दिल्ली: भारत में एक बार फिर कोरोना वायरस का संक्रमण धीरे-धीरे बढ़ता दिखाई दे रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, देश में एक्टिव कोविड केसों की संख्या 1200 तक पहुंच गई है, जबकि अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। बीते सात दिनों में 850 नए केस सामने आए हैं।
महाराष्ट्र और मुंबई में सबसे ज्यादा एक्टिव केस
महाराष्ट्र एक बार फिर कोरोना के मामलों में टॉप 3 राज्यों में शामिल हो गया है। यहां कुल 325 एक्टिव केस हैं, जिनमें से 316 मरीज सिर्फ मुंबई में हैं। स्वास्थ्य विभाग ने मुंबई में भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन करने की अपील की है।
पीएम मोदी के संपर्क में आने वाले लोग रहेंगे निगरानी में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में उत्तर प्रदेश और बिहार का दौरा किया था। इस दौरान उनके साथ काफी संख्या में अधिकारी, सुरक्षाकर्मी और अन्य लोग मौजूद थे। रिपोर्ट के अनुसार, इनमें से कई लोगों का कोरोना टेस्ट कराया जाएगा ताकि किसी भी संक्रमण को समय रहते रोका जा सके।
केंद्र सरकार ने राज्यों को किया अलर्ट
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को निर्देश दिए हैं कि वे कोरोना की RT-PCR टेस्टिंग, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और ऑक्सीजन सप्लाई जैसे बिंदुओं पर पूरी तैयारी रखें। साथ ही जांच और ट्रैकिंग प्रणाली को फिर से एक्टिव करने की सलाह दी गई है।
दिल्ली, केरल, गुजरात में भी मामलों में वृद्धि
दिल्ली और केरल जैसे राज्यों में भी मामूली वृद्धि देखी गई है। खासकर बुजुर्ग और पहले से बीमार लोगों में लक्षण तेजी से बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कोरोना का नया वेरिएंट हो सकता है, जिसकी ट्रांसमिशन स्पीड ज्यादा तेज है।
क्या है नया वेरिएंट?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, अभी जो केस सामने आ रहे हैं, वे Omicron के उप-संस्करण से जुड़े हो सकते हैं। हालांकि, इसका कोई आधिकारिक नाम अभी तक सामने नहीं आया है। वैक्सीन लगी हुई आबादी में भी हल्के लक्षण देखे जा रहे हैं।
क्या करना है जरूरी?
स्वास्थ्य मंत्रालय ने नागरिकों से अपील की है कि वे:
- भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनें
- बार-बार हाथ धोएं या सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें
- यदि लक्षण नजर आएं तो तुरंत टेस्ट कराएं
- वैक्सीनेशन या बूस्टर डोज लेना न भूलें
निष्कर्ष
देश में भले ही कोरोना के मामले अभी कम संख्या में हैं, लेकिन तेजी से बढ़ती संख्या चिंता का विषय बन रही है। पीएम मोदी के संपर्क में आए लोगों की सतर्कता भरी जांच और सरकार की तत्काल निगरानी व्यवस्था इस बार की रणनीति का हिस्सा है।