
नई दिल्ली। देश में एक बार फिर कोरोना वायरस अपने पैर पसारता नजर आ रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, भारत में एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 1326 हो गई है। वहीं, पिछले 24 घंटों में 14 लोगों की जान इस वायरस ने ले ली है, जिनमें से सबसे ज्यादा 6 मौतें महाराष्ट्र में दर्ज की गई हैं।
बच्चों तक पहुंचा खतरा: स्कूलों में फिर से मास्क की वापसी
जम्मू के एक स्कूल में मास्क पहनकर बच्चों को मॉर्निंग प्रेयर करते देखा गया। वहीं कर्नाटक के रायचूर स्थित RIMS हॉस्पिटल में फिर से कोविड वार्ड सक्रिय कर दिया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि कोरोना की चौथी लहर आती है, तो इसका प्रभाव करीब 28 दिनों तक रह सकता है।
वैक्सीन नहीं दे रही सुरक्षा?
विशेषज्ञों ने चिंता जताई है कि मौजूदा कोविड वैक्सीन नए वैरिएंट पर प्रभावी नहीं हो रही। AIIMS दिल्ली के एक वरिष्ठ वायरोलॉजिस्ट के अनुसार, “वायरस के इस रूप में म्यूटेशन की वजह से पहले ली गई वैक्सीन का प्रभाव काफी कम हो गया है।”
राज्यवार स्थिति: महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित
महाराष्ट्र में हालात चिंताजनक हैं। यहां न केवल सबसे अधिक मौतें हुई हैं, बल्कि नए मामलों की संख्या भी बढ़ रही है। वहीं उत्तर प्रदेश, दिल्ली और कर्नाटक में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है।
सरकार की तैयारी और अपील
सरकार ने लोगों से मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और भीड़भाड़ से बचने की अपील की है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सभी राज्यों को अलर्ट पर रहने को कहा गया है। साथ ही टेस्टिंग और ट्रैकिंग की प्रक्रिया को भी तेज़ करने के निर्देश दिए गए हैं।
एक्सपर्ट का अलर्ट: लहर छोटी लेकिन घातक
विशेषज्ञों का मानना है कि हालांकि ये लहर लंबी नहीं होगी, लेकिन अगर लापरवाही की गई तो इसका असर जानलेवा हो सकता है। खासकर बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को अधिक सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
निष्कर्ष
देश एक बार फिर कोरोना की संभावित चौथी लहर के मुहाने पर खड़ा है। भले ही एक्टिव केस की संख्या अभी कम हो, लेकिन रफ्तार तेजी पकड़ती दिख रही है। ऐसे में सतर्कता और संयम ही इस समय सबसे बड़ा उपाय है।