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24 घंटे में 300 से ज्यादा नए मामले, ग्वालियर में 3 डॉक्टर पॉजिटिव, स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट पर; राज्यों ने कसी कमर

नई दिल्ली, भारत: देश में कोरोनावायरस (COVID-19) के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग और राज्य सरकारें हाई अलर्ट पर हैं। बीते 24 घंटों में 324 नए मामले सामने आने के साथ ही देश में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 6815 हो गई है। केरल में सर्वाधिक 2053 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं।

नए वैरिएंट्स से 68 मौतें, महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, कोरोना के नए वैरिएंट्स से अब तक 12 राज्यों में 68 मरीजों की मौत हुई है। सोमवार को केरल, दिल्ली और झारखंड में 1-1 मरीज ने जान गंवाई, जबकि महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 18 मौतें दर्ज की गई हैं, जो स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है।

मध्य प्रदेश में डॉक्टर्स पॉजिटिव, प्रशासन अलर्ट पर

मध्य प्रदेश के ग्वालियर में सोमवार को 3 डॉक्टरों सहित 6 नए केस सामने आने के बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट पर है। वर्तमान में मध्य प्रदेश में 43 सक्रिय मामले हैं। इस घटना ने स्वास्थ्य कर्मियों और आम जनता के बीच चिंता बढ़ा दी है।

राज्यों ने कसी कमर, तैयारियों का जायजा

बढ़ते मामलों के मद्देनजर, विभिन्न राज्यों ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है:

  • पश्चिम बंगाल: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को राज्य के सभी प्रमुख विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा, “उम्मीद है कि महामारी दोबारा न लौटे, लेकिन हमें तैयार रहना होगा। राज्य के सरकारी अस्पतालों में इलाज की पूरी व्यवस्था है, ऐसे में लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।”
  • गुजरात: राज्य सरकार ने कोविड से लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार होने का दावा किया है। स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल ने बताया कि अस्पतालों में बेड, वेंटिलेटर और ICU बेड की व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा वैरिएंट ओमिक्रॉन वायरस कोविड परिवार का ही है, लेकिन यह इतना गंभीर नहीं है।
  • केरल: स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों को जून 2023 में जारी की गई कोविड गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिए हैं। अस्पतालों में सभी को मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया गया है, साथ ही जुकाम, खांसी और बुखार जैसे लक्षण वाले मरीजों का कोविड टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है।
  • कर्नाटक: गुलबर्गा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में 25 बेड का कोविड वार्ड बनाया गया है, जिसमें ICU, हाई डिपेंडेंसी यूनिट और गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष बेड शामिल हैं।
  • उत्तराखंड: राज्य सरकार ने जिला प्रशासन से अस्पतालों में ऑक्सीजन और जरूरी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है। साथ ही इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों, सांस से जुड़े गंभीर संक्रमण और कोविड मामलों की रिपोर्टिंग करने के भी निर्देश दिए हैं।
  • हिमाचल प्रदेश: राज्य में कोविड का पहला मामला सामने आने के बाद 4 जून को अस्पताल में सभी के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया।

भारत में मिले कोविड-19 के 4 नए वैरिएंट

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के निदेशक डॉ. राजीव बहल ने बताया कि भारत के कई राज्यों में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के बीच देश में चार नए वैरिएंट मिले हैं। इनमें LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1 सीरीज के वैरिएंट शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मामले बहुत गंभीर नहीं हैं, लेकिन लोगों को सतर्क रहना चाहिए। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी इन्हें चिंताजनक नहीं माना है, हालांकि निगरानी में रखे गए वैरिएंट के रूप में वर्गीकृत किया है। चीन सहित एशिया के अन्य देशों में कोविड के बढ़ते मामलों में यही वैरिएंट दिख रहे हैं।

JN.1 वैरिएंट: प्रमुख चिंता का विषय

भारत में कोविड का JN.1 वैरिएंट सबसे आम है, जो आधे से ज्यादा सैंपलों में पाया जा रहा है। यह ओमिक्रॉन के BA2.86 का एक स्ट्रेन है, जिसे अगस्त 2023 में पहली बार देखा गया था। दिसंबर 2023 में WHO ने इसे ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ घोषित किया। इसमें लगभग 30 म्यूटेशन हैं, जो प्रतिरक्षा को कमजोर कर सकते हैं।

अमेरिका के जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के अनुसार, JN.1 अन्य वैरिएंट की तुलना में ज्यादा आसानी से फैलता है, लेकिन यह बहुत गंभीर नहीं है। इसके लक्षण कुछ दिनों से लेकर हफ्तों तक रह सकते हैं। यदि लक्षण लंबे समय तक बने रहते हैं, तो यह ‘लॉन्ग कोविड’ का संकेत हो सकता है, जिसमें COVID-19 के कुछ लक्षण ठीक होने के बाद भी बने रहते हैं।

कोरोना और मौतों के आंकड़े

एक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2021 में कोरोना के कारण मौतों में 20 लाख का इजाफा हुआ था। मेडिकल सर्टिफिकेशन ऑफ कॉज ऑफ डेथ (MCCD) द्वारा जारी इस रिपोर्ट में बताया गया है कि इसी साल कोविड-हार्ट डिजीज से मरने वालों की संख्या दोगुना दर से बढ़ी है। यह आंकड़े पिछली महामारी की गंभीरता को दर्शाते हैं और वर्तमान स्थिति में सतर्कता की आवश्यकता को उजागर करते हैं।

देश एक बार फिर कोविड-19 के बढ़ते मामलों का सामना कर रहा है। हालांकि, स्वास्थ्य अधिकारी स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और नागरिकों से सावधानी बरतने, विशेषकर मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और स्वच्छता का ध्यान रखने का आग्रह कर रहे हैं।

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