खौफनाक: घायलों और शवों को देखकर दहला दिल, सीट बेल्ट तक चिपकी…इतनी बुरी तरह झुलसे कि पहचान करना भी मुश्किल

अहमदाबाद। एयरपोर्ट के पास गुरुवार को हुए भयंकर विमान हादसे ने देश को हिला दिया है। लंदन के लिए उड़ान भरते समय एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें 242 में से 241 यात्रियों की मौत हो गई। हादसे के बाद जो दृश्य सामने आए, वह दिल दहला देने वाले थे — जलते हुए शव, चीखती आवाजें, और बिखरी मानव अंग।
हादसे का खौफनाक मंजर: मौत के साए में सीट बेल्टें तक जलकर चिपक गईं
घटना के बाद घटनास्थल पर पहुंचे बचावकर्मियों ने बताया कि कई शव इतनी बुरी तरह झुलसे हुए थे कि उनकी पहचान तक नहीं हो पा रही थी। यात्रियों की सीट बेल्टें जलकर शरीर में चिपकी रह गई थीं। कुछ शवों के केवल अंग मिले — किसी का हाथ, किसी का पैर, तो कहीं महिला के कटे सिर का दृश्य जिसने सबको स्तब्ध कर दिया।
अस्पतालों में कोहराम, शवों को कंधों और ठेलों से पहुंचाया गया
राहत कार्य शुरू होते ही जल्द ही यह साफ हो गया कि एंबुलेंस की संख्या नाकाफी थी। अहमदाबाद और वडोदरा से मिलाकर 50 से अधिक एंबुलेंस बुलाई गईं, लेकिन फिर भी शवों को ठेले और कंधों पर उठाकर अस्पताल ले जाना पड़ा। किडनी रोग एवं अनुसंधान केंद्र के निदेशक डॉ. प्रांजल मोदी ने कहा कि जो लोग जीवित अस्पताल पहुंचे हैं, उनकी हालत भी बेहद नाजुक है। कुछ को बेहोशी की हालत में लाया गया जिनकी पहचान करना मुश्किल है।
अपनों को विदा करने आए, अब कर रहे सलामती की दुआ
विमान में सवार कई यात्री अपने परिजनों के साथ एयरपोर्ट आए थे। गुजरात की उद्यमी तृप्ति सोनी के भाई, पत्नी और भाभी फ्लाइट में थे। अब स्वप्निल सोनी जैसे परिजन अस्पताल के बाहर अपने प्रियजनों की सलामती के लिए भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं।
धुएं का गुबार, टूटे सपने और चीखें
हादसे के चश्मदीदों ने बताया कि विमान एक आग के गोले की तरह जमीन पर गिरा। आसपास की इमारतें कांप उठीं और आसमान धुएं से भर गया। छात्रावास के डाइनिंग एरिया में बैठे कई मेडिकल छात्र भी इस हादसे का शिकार हुए। अधिकारियों के अनुसार, जो शव कुछ हद तक सुरक्षित मिले, वे छात्रावास से संबंधित हैं। यात्रियों के शव इतनी बुरी हालत में थे कि शरीर के सभी हिस्से एकसाथ नहीं मिल पाए।
जांच और संवेदनाएं
अमेरिकी ट्रांसपोर्ट सेक्रेटरी ने इस हादसे पर गहरा दुख जताते हुए कहा है कि अमेरिका, भारत को जांच में हरसंभव मदद देगा। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अहमदाबाद पहुंचने वाले हैं, जहां वे घटना स्थल का दौरा करेंगे और घायलों से मिलेंगे।
निष्कर्ष:
अहमदाबाद विमान हादसा केवल एक तकनीकी चूक नहीं, बल्कि सैकड़ों परिवारों के सपनों का अंत बन गया। इस हादसे ने पूरे देश को एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था पर सोचने को मजबूर कर दिया है। जांच जारी है, और पूरे देश की निगाहें इस त्रासदी से जुड़े हर अपडेट पर टिकी हैं।