योग दिवस 2025: कश्मीर के चिनाब ब्रिज से लेकर समुद्री जहाज तक, 191 देशों में 2 हजार से ज्यादा कार्यक्रम

11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ की थीम के तहत भारत और विदेशों में ऐतिहासिक और अनोखी जगहों पर हुआ योग अभ्यास
नई दिल्ली। भारत समेत पूरी दुनिया ने शनिवार को 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बड़े ही जोश और उत्साह के साथ मनाया। इस बार की थीम थी – ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग’ (Yoga for One Earth, One Health)।
भारत के अलग-अलग हिस्सों में अनोखे और ऐतिहासिक स्थलों पर योग कार्यक्रम आयोजित किए गए। कश्मीर के चिनाब ब्रिज, जिसे दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज माना जाता है, पर जवानों और योग प्रशिक्षकों ने सामूहिक योग किया। वहीं, आंध्र प्रदेश में भारतीय नौसेना के युद्धपोतों पर जवानों ने समुद्र की लहरों के बीच योगाभ्यास किया।
🌍 दुनिया के 191 देशों में योग का आयोजन
इंडियन काउंसिल फॉर कल्चरल रिलेशन्स (ICCR) के अनुसार, इस वर्ष 191 देशों में 1,300 स्थानों पर दो हजार से अधिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। विदेशों में भारतीय दूतावासों और प्रवासी भारतीय समुदाय ने भी बड़े स्तर पर भागीदारी की।
संयुक्त राष्ट्र, न्यूयॉर्क टाइम्स स्क्वायर, सिडनी ओपेरा हाउस, एवरेस्ट बेस कैंप, पेरिस टॉवर, और जकार्ता के मंदिरों सहित कई प्रतिष्ठित जगहों पर भी योग दिवस की छवि देखने को मिली।
🇮🇳 भारत के 1 लाख से ज्यादा स्थानों पर योग
भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशाखापत्तनम में 3 लाख लोगों के साथ सामूहिक योग कर कार्यक्रम का नेतृत्व किया।
वहीं, देशभर के 1 लाख से अधिक स्कूलों, पंचायत भवनों, सरकारी दफ्तरों, जेलों और रेलवे स्टेशनों पर योग कार्यक्रम आयोजित किए गए।

🧘 कुछ प्रमुख कार्यक्रम:
- कश्मीर के चिनाब ब्रिज: सेना और ITBP के जवानों ने बर्फीली हवा में योग किया।
- आंध्र प्रदेश में शिप योगा: समुद्री जहाज पर ड्यूटी दे रहे नौसैनिकों ने योग किया।
- केदारनाथ धाम: श्रद्धालुओं और साधुओं ने ऊंचाई पर योग अभ्यास किया।
- लखनऊ जेल: कैदियों के लिए खास योग सेशन रखा गया।
- राजघाट, दिल्ली: गांधी जी की समाधि पर ध्यान योग का सत्र आयोजित हुआ।
🧬 थीम पर जोर: ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’
इस साल की थीम का मकसद था कि मनुष्य केवल खुद के लिए नहीं, बल्कि प्रकृति, पशु-पक्षी और पूरे पर्यावरण की भलाई के लिए योग करें। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा:
“योग सिर्फ व्यायाम नहीं, बल्कि एक वैश्विक स्वास्थ्य आंदोलन है जो धरती, समाज और आत्मा को जोड़ता है।”
📣 निष्कर्ष:
11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस न केवल भारत की सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन था, बल्कि यह संदेश भी कि योग अब ‘विश्व की आत्मा’ बन चुका है। चिनाब ब्रिज की ऊंचाइयों से लेकर समुद्र की गहराइयों तक योग की गूंज सुनाई दी – सचमुच, योग अब सभी का है और सभी के लिए है।