अमेरिका का ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला: तनाव चरम पर, इजराइल पर मिसाइल हमले और PM मोदी की शांति की अपील

तेहरान/तेल अवीव/नई दिल्ली। मध्य-पूर्व एक बार फिर जंग की दहलीज पर खड़ा है। रविवार सुबह 4:30 बजे भारतीय समयानुसार, अमेरिका ने ईरान के फोर्डो, नतांज और इस्फहान जैसे तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों पर हवाई हमला किया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दावा किया है कि इन साइट्स को “पूरी तरह तबाह कर दिया गया है”। इसके कुछ ही घंटे बाद, ईरान ने इजराइल पर मिसाइलों की बारिश कर दी, जिससे पूरे इलाके में तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है।
🇺🇸 अमेरिका का दावा: परमाणु खतरे को रोका
व्हाइट हाउस से दिए गए अपने संबोधन में राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा:
“यह हमला दुनिया को ईरान के परमाणु बम खतरे से बचाने के लिए आवश्यक था। अमेरिका युद्ध नहीं चाहता, लेकिन परमाणु सुरक्षा से समझौता नहीं होगा।”
अमेरिकी सेना ने फोर्डो पर बमों की पूरी खेप गिराई और कहा कि सटीक हमले के बाद भी कम से कम सिविलियन हताहत नहीं हुए हैं। ट्रम्प ने चेतावनी दी कि यदि ईरान ने जवाबी हमला किया, तो अमेरिका और बड़ा सैन्य ऑपरेशन करेगा।
🇮🇷 ईरान का जवाब: इजराइल पर ‘ऑपरेशन ऑनेस्ट प्रॉमिस 3’
ईरान की IRGC (इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स) ने बयान जारी करते हुए कहा कि उन्होंने इजराइल के 14 ठिकानों पर मिसाइलें दागीं।
तेल अवीव, हाइफा, अशकलोन, और बेर्सेवा जैसे शहर मुख्य निशाने पर रहे।
86 इजराइली नागरिक घायल हुए हैं, जिनमें कई की हालत गंभीर बताई गई है।
इजराइली सेना ने जवाबी कार्रवाई में ईरान के दो फाइटर जेट्स और 8 बैलिस्टिक लॉन्चर्स को तबाह करने का दावा किया है।
🌍 भारत, UN और वैश्विक प्रतिक्रियाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए ईरानी राष्ट्रपति मसूद पजशकियान से फोन पर बात की और दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की। उन्होंने कहा:
“तनाव कम हो, संवाद से समाधान निकले और क्षेत्रीय स्थिरता कायम रखी जाए।”
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने चेताया कि
“यदि यह टकराव नहीं रुका, तो पूरे विश्व के लिए बड़ा खतरा बन जाएगा।”
अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं:
- पाकिस्तान ने अमेरिका के हमले की निंदा की
- सऊदी अरब ने सभी पक्षों से संयम बरतने को कहा
- ब्रिटेन ने अमेरिकी कार्रवाई का समर्थन किया
☢️ मानवता को नुकसान: अब तक की स्थिति
क्षेत्र | मौतें | घायल |
---|---|---|
ईरान (सरकारी आंकड़े) | 430 | 3,500+ |
ईरान (स्वतंत्र एजेंसियां) | 657 | 2,000+ |
इजराइल | 24 | 900+ |
इजराइल में आपात स्थिति घोषित की गई है।
- सभी स्कूल, ऑफिस, मॉल, इवेंट स्थगित
- इजराइली एयरलाइन्स ने 7 जुलाई तक टिकट बुकिंग रोकी
📉 भविष्य की चिंता: वैश्विक अर्थव्यवस्था पर असर
इस टकराव का तेल के दाम, अंतरराष्ट्रीय यात्रा, रक्षा सौदे और व्यापार पर गहरा असर पड़ सकता है। अमेरिका ने कहा कि फिलहाल वह ईरान पर आगे कोई हमला नहीं करेगा, लेकिन “रक्षात्मक तैयारियां पूरी” हैं।