सीजफायर के बाद भारत ने रोकी ईरान से नागरिकों की निकासी, 282 भारतीय लौटे स्वदेश

ईरान: और इजराइल के बीच हुए सीजफायर के बाद भारत सरकार ने ईरान से भारतीय नागरिकों की निकासी को रोकने का फैसला किया है।
मंगलवार आधी रात, 282 भारतीय नागरिकों का अंतिम जत्था ईरान के मशहद शहर से नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचा। वे सभी अपने हाथों में तिरंगा लहराते हुए भावुक नजर आए।
दूतावास का बयान:
तेहरान स्थित भारतीय दूतावास ने एक आधिकारिक बयान में कहा,
“ईरान-इजराइल सैन्य संघर्ष के दौरान शुरू की गई नागरिक निकासी प्रक्रिया को सीजफायर की घोषणा के बाद स्थगित किया जा रहा है। अब नई रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को भी बंद कर दिया गया है।”
अब तक कितने भारतीयों को निकाला गया?
- कुल 1,486 भारतीय नागरिकों को 8 विशेष फ्लाइट्स से भारत लाया गया।
- अधिकतर नागरिक तेहरान, मशहद, क़ोम और तबरेज से निकाले गए।
- इनमें छात्र, कामगार, तीर्थयात्री और पर्यटक शामिल रहे।
आखिरी जत्थे की भावुक वापसी:
25 जून को रात 12:01 बजे जैसे ही फ्लाइट दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची,
- कई लोगों की आंखों में आंसू थे।
- एक व्यक्ति ने कहा –
“हम सिर्फ जिंदा लौटने की दुआ कर रहे थे… शुक्र है भारत सरकार ने समय पर मदद की।”
सीजफायर के बाद राहत की उम्मीद:
भारत सरकार के अनुसार, अब ईरान में स्थिति “सतर्क परंतु स्थिर” है।
दूतावास ने भारतीय नागरिकों को अभी भी बिना जरूरी काम के सार्वजनिक स्थानों से बचने और अपने दस्तावेज अपडेट रखने की सलाह दी है।
पृष्ठभूमि:
- 12 दिन तक चले इजराइल-ईरान युद्ध के दौरान हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए थे।
- भारत सरकार ने ऑपरेशन ‘शांतिपथ’ चलाया, जिसमें एयर इंडिया और चार्टर्ड फ्लाइट्स के जरिए नागरिकों को वापस लाया गया।
- विदेश मंत्रालय, नागरिक उड्डयन मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय की संयुक्त निगरानी में ऑपरेशन सफलतापूर्वक पूरा किया गया।
निष्कर्ष:
भारत सरकार ने एक बार फिर यह साबित किया कि हर संकट की घड़ी में वह अपने नागरिकों के साथ खड़ी है। अब जब ईरान-इजराइल युद्धविराम लागू हो चुका है, उम्मीद की जा रही है कि पर्यटन, शिक्षा और व्यापारिक गतिविधियां धीरे-धीरे सामान्य होंगी।