देशनेशनलब्रेकिंग न्यूज़

नीरव मोदी के भाई निहाल मोदी को अमेरिका में किया गया गिरफ्तार: PNB घोटाले से जुड़े सबूत मिटाने का आरोप, भारत ने की थी प्रत्यर्पण की अपील

ED और CBI ने अमेरिका से की थी प्रत्यर्पण की मांग, 4 जुलाई को की गई गिरफ्तारी; जांच एजेंसियों को नीरव मोदी के खिलाफ जुटा रहे थे सबूत

वॉशिंगटन/नई दिल्ली | पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले के प्रमुख आरोपी नीरव मोदी के भाई निहाल मोदी को अमेरिका में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी 4 जुलाई 2025 को की गई। प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने निहाल मोदी के प्रत्यर्पण की अपील पहले ही अमेरिका सरकार से की थी।

क्या है आरोप?

भारतीय जांच एजेंसियों के अनुसार, निहाल मोदी ने नीरव मोदी के साथ मिलकर पीएनबी घोटाले से जुड़े कई अहम सबूतों को नष्ट किया और फर्जी दस्तावेज तैयार किए। इन गतिविधियों का उद्देश्य जांच की दिशा को भटकाना और मुख्य आरोपी नीरव मोदी को बचाना था।

ED और CBI की बड़ी जीत

ED और CBI की टीम ने निहाल मोदी की भूमिका को लेकर अमेरिका में पर्याप्त सबूत पेश किए, जिनके आधार पर अमेरिकी एजेंसियों ने उसे हिरासत में लिया। अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तारी के बाद भारत की प्रत्यर्पण प्रक्रिया को और गति मिल सकती है।

नीरव मोदी पहले से ही लंदन में बंद

गौरतलब है कि नीरव मोदी लंदन की जेल में बंद है और भारत उसे प्रत्यर्पित करने की प्रक्रिया में है। वह करीब 13,500 करोड़ रुपये के PNB घोटाले का मुख्य आरोपी है। ब्रिटेन की अदालतों ने उसके प्रत्यर्पण की मंजूरी पहले ही दे दी है।

कौन है निहाल मोदी?

निहाल मोदी, नीरव मोदी का भाई है, जो लंबे समय से अमेरिका में हीरा कारोबार से जुड़ा हुआ है। अमेरिका में निहाल पर पहले से ही धोखाधड़ी और गबन जैसे मामलों की जांच चल रही थी। अब भारत की जांच एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर उस पर अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग धोखाधड़ी और सबूत मिटाने के आरोप भी जुड़े हैं।

आगे की प्रक्रिया

गिरफ्तारी के बाद निहाल मोदी को स्थानीय कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। भारत सरकार अब अमेरिका से औपचारिक प्रत्यर्पण प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी में है।


निष्कर्ष:

नीरव मोदी और उनके परिवार के खिलाफ चल रही जांच में निहाल मोदी की गिरफ्तारी एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। इससे ED और CBI को नीरव के काले कारनामों की परतें खोलने में मदद मिलेगी। अब देखना यह होगा कि भारत निहाल को कितनी जल्द अपने देश लाने में सफल हो पाता है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button