देशब्रेकिंग न्यूज़

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के पिता दाऊलाल वैष्णव का निधन: जोधपुर में हुआ अंतिम संस्कार, लंबे समय से चल रहे थे बीमार

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के पिता ने मंगलवार सुबह ली अंतिम सांस, जोधपुर एम्स में थे भर्ती; अंतिम यात्रा में शामिल हुए परिजन और गणमान्य व्यक्ति

भारत सरकार: के केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के पिता दाऊलाल वैष्णव का मंगलवार तड़के निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और हाल ही में तबीयत बिगड़ने पर उन्हें जोधपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था।


एम्स जोधपुर में ली अंतिम सांस

एम्स जोधपुर के मेडिकल सूत्रों के अनुसार,

“दाऊलाल वैष्णव जी को कुछ दिनों पहले गंभीर हालत में एडमिट किया गया था। तमाम चिकित्सकीय प्रयासों के बावजूद उनकी तबीयत में सुधार नहीं हो पाया और मंगलवार सुबह करीब 1:30 बजे उनका निधन हो गया।”


जोधपुर में हुआ अंतिम संस्कार, शामिल हुए करीबी परिजन

दाऊलाल वैष्णव का अंतिम संस्कार मंगलवार दोपहर जोधपुर में उनके पारिवारिक घाट पर किया गया। अंतिम यात्रा में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, उनके परिजन, रिश्तेदार, स्थानीय राजनीतिक प्रतिनिधि और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

वातावरण पूरी तरह शोकमय था और स्थानीय लोगों ने भी मंत्री के पिता को श्रद्धांजलि दी।


राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों से शोक संदेश

दाऊलाल वैष्णव के निधन पर कई केंद्रीय मंत्रियों, राज्यों के मुख्यमंत्रियों और भाजपा नेताओं ने शोक संदेश जारी किए। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से भी संवेदना प्रकट की गई। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ट्वीट कर लिखा:

“केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव जी के पिताजी दाऊलाल वैष्णव जी के निधन की खबर अत्यंत दुखद है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति और परिजनों को संबल प्रदान करें।”


दाऊलाल वैष्णव – एक सादा जीवन, शांत स्वभाव

जानकारी के अनुसार, दाऊलाल वैष्णव सामाजिक रूप से सक्रिय व्यक्ति थे और साधारण जीवन शैली में विश्वास रखते थे। उनका परिवार जोधपुर में लंबे समय से निवास कर रहा है। बेटे अश्विनी वैष्णव के राजनीतिक और प्रशासनिक करियर में उनका गहरा मार्गदर्शन रहा।


निष्कर्ष

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के लिए यह एक व्यक्तिगत क्षति है, और देशभर से उन्हें सांत्वना संदेश मिल रहे हैं। दाऊलाल वैष्णव जी का सादा जीवन और पारिवारिक मूल्यों में गहराई से जुड़ा व्यक्तित्व हमेशा याद किया जाएगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button