प्रदीप सरदाना की पत्रकारिता को 50 वर्ष पूरे: नितिन गडकरी बोले – ‘कोई बाढ़, कोई आँधी इन्हें हिला नहीं सकी’

नई दिल्ली। देश के ख्यातिप्राप्त वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप सरदाना के पत्रकारिता में 50 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में राजधानी दिल्ली में एक भव्य स्वर्ण जयंती सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए सरदाना जी के पत्रकारिता में योगदान की सराहना की।
“बहुत लोग आते हैं और चले जाते हैं, लेकिन कुछ लोग इतिहास बनाते हैं। प्रदीप सरदाना उन्हीं में से एक हैं,” – नितिन गडकरी
📝 गडकरी ने दिया सरदाना जी को ‘सलाम’
नितिन गडकरी ने कहा—
“प्रदीप सरदाना देश के उन चुनिंदा पत्रकारों में हैं जो राजनीति, स्वास्थ्य, संस्कृति, सिनेमा, साहित्य, परिवहन और पर्यटन जैसे विविध विषयों पर गंभीरता से लेखन कर रहे हैं। उन्होंने कभी अपने उसूलों से समझौता नहीं किया। हर आपदा और संघर्ष में डटे रहे, यही उनकी पहचान है।”

🎤 शोभा बढ़ाने पहुंचे कई दिग्गज
कार्यक्रम में मंच पर मौजूद रहे कई प्रतिष्ठित चेहरे, जिनमें शामिल थे:
- सोनल मानसिंह (प्रख्यात शास्त्रीय नृत्यांगना व पूर्व सांसद)
- शीला झुनझुनवाला (वयोवृद्ध पत्रकार एवं साहित्यकार)
- हर्ष मल्होत्रा (केंद्रीय राज्य मंत्री)
- मीनाक्षी लेखी (पूर्व केंद्रीय मंत्री)
- मनोज तिवारी (सांसद व अभिनेता)
- प्रतिभा आडवाणी (वरिष्ठ टीवी प्रस्तोता व लालकृष्ण आडवाणी की पुत्री)
- संजय मयूख (भाजपा राष्ट्रीय मीडिया सह प्रमुख)
- अतुल तारे (समूह संपादक, दैनिक ‘स्वदेश’)
📽️ वीडियो संदेशों से भी पहुंची शुभकामनाएं
समारोह में प्रदीप सरदाना को बधाई देने वालों में वीडियो संदेशों के माध्यम से शामिल हुए:
- संजय गुप्ता (गूगल एशिया प्रमुख)
- मुमताज़, अनुपम खेर, दिलीप जोशी (जेठालाल),
- उदित नारायण, सुखविंदर सिंह,
- अनूप जलोटा, सुरेन्द्र शर्मा,
- धीरज कुमार (फिल्म निर्माता)
🎙️ सांसद मनोज तिवारी बोले:
“प्रदीप सरदाना का लेखन ही नहीं, उनका व्यक्तित्व भी प्रेरणादायक है। इतने सारे प्रतिष्ठित लोग एक मंच पर शायद ही कभी देखे जाते हैं।”
📘 स्मारिका विमोचन और मंचीय सम्मान
इस अवसर पर पिछले 50 वर्षों की पत्रकारिता यात्रा पर आधारित चित्रमय स्मारिका का विमोचन भी किया गया। साथ ही देशभर से आए पत्रकार, साहित्यकार, कलाकार और संस्थाओं ने श्री सरदाना को मंच पर सम्मानित किया और उनके योगदान को स्मरण किया।
🎤 स्तुति सरदाना ने किया सुंदर संचालन
कार्यक्रम का संचालन बेहद प्रभावशाली ढंग से स्तुति सरदाना ने किया, जिससे समारोह में अतिरिक्त गरिमा का समावेश हुआ।
🎯 निष्कर्ष
प्रदीप सरदाना का यह स्वर्ण जयंती समारोह पत्रकारिता, मूल्यों और संस्कृति की श्रेष्ठता का प्रतीक बना। एक पत्रकार की 50 वर्षों की तपस्या और संघर्ष को इतने भव्य रूप में पहचान मिलना, पत्रकारिता जगत के लिए प्रेरणास्पद उदाहरण है।