आंबेडकर जयंती पर अखिलेश बोले: ‘देश संविधान से चलना चाहिए, साजिशों के तहत खंडित की जाती रही हैं प्रतिमाएं’
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर संविधान पर हो रहे हमलों का किया जिक्र, बोले – संविधान ही है समाज के कमजोर वर्गों का रक्षक

लखनऊ : आंबेडकर जयंती के अवसर पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ के हजरतगंज चौराहे पर स्थित डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने संविधान पर हो रहे कथित हमलों को लेकर चिंता जताई और कहा कि देश को सिर्फ संविधान के रास्ते पर ही चलना चाहिए।
अखिलेश यादव ने कहा,
“संविधान ही हमारा रक्षक है, यही समाज के निचले और कमजोर वर्गों की रक्षा करता है। कुछ राजनीतिक ताकतें सोच-समझकर संविधान को कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कई बार प्रदेश में डॉ. आंबेडकर की प्रतिमाएं तोड़ी जाती हैं, जो एक साजिश के तहत की जाने वाली घटनाएं हैं।
“समाज के एक हिस्से में आज भी बाबा साहब को लेकर नफरत है, यह दुखद और चिंताजनक है।”
अखिलेश ने बाबा साहब के संघर्ष की मिसाल देते हुए कहा कि वे बचपन से ही भेदभाव और सामाजिक असमानता का शिकार रहे, फिर भी उन्होंने शिक्षा और विचारधारा के दम पर अपना जीवन समाज सुधार के लिए समर्पित किया।
“संविधान केवल कानूनों का दस्तावेज नहीं है, यह जीवन की संजीवनी है। यह हमारे अधिकारों और समानता का आधार है।” – अखिलेश यादव
🔚 निष्कर्ष:
अखिलेश यादव के यह बयान एक बार फिर यह दर्शाते हैं कि राजनीतिक मंच से संविधान की रक्षा और सामाजिक समरसता जैसे मुद्दे 2025 में भी चर्चा का विषय बने हुए हैं। आंबेडकर जयंती के अवसर पर दिए गए उनके इस संदेश को संविधान की रक्षा के लिए एक सशक्त राजनीतिक अपील के रूप में देखा जा सकता है।
इसे भी पढ़े:- डबल इंजन सरकार के आठ वर्ष पूरे होने पर तीन दिवसीय विकास उत्सव का शुभारंभ