लखनऊ में हनुमान बनकर दो भाइयों ने की परिक्रमा:1000 से ज्यादा भंडारे, मंदिरों में AI लगाए गए; अयोध्या में 1 किमी लंबी लाइन
ज्येष्ठ के पहले बड़े मंगल पर लखनऊ में हनुमान भक्ति: बच्चों ने हनुमान बनकर की दंडवती परिक्रमा

लखनऊ : में ज्येष्ठ महीने के पहले बड़े मंगल के मौके पर भक्तिभाव का माहौल देखने को मिला। शहर के रब्तीबाग हनुमान मंदिर में सैकड़ों भक्तों की भीड़ उमड़ी। इस अवसर पर दो छोटे भाइयों, राघव तिवारी अखंड और केशव तिवारी अखंड ने हनुमान जी का वेश धारण कर दंडवती परिक्रमा की, जो भक्तों के बीच आकर्षण का केंद्र बनी।
हनुमान बनकर बच्चों ने दी दंडवती परिक्रमा
- स्थान: रब्तीबाग हनुमान मंदिर, लखनऊ
- भक्त: राघव तिवारी अखंड और केशव तिवारी अखंड (दो भाई)
- परिक्रमा का तरीका: दंडवत मुद्रा में परिक्रमा, जिसमें दोनों भाई पूरी श्रद्धा से हनुमान जी की भक्ति में लीन दिखे।
- भक्तों की भीड़: मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा।
राघव तिवारी ने कहा, “कोई भगवान स्वर्ग में नहीं, बल्कि हमारे विश्वास में है। इस परिक्रमा से हमें हनुमान जी की कृपा और शक्ति का अनुभव होता है।”
1000 से ज्यादा भंडारे, मंदिरों में AI की विशेष व्यवस्था
लखनऊ में बड़े मंगल के अवसर पर भक्तों के लिए विशेष इंतजाम किए गए:
- भंडारे: शहर में 1000 से ज्यादा स्थानों पर भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें प्रसाद वितरण किया गया।
- AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की व्यवस्था: कई बड़े मंदिरों में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित कैमरों का इस्तेमाल किया गया।
- AI का उपयोग: भीड़ की निगरानी, प्रवेश और निकास प्रबंधन।
- सुरक्षा: संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत अलर्ट।
अयोध्या में भी 1 किलोमीटर लंबी लाइन
लखनऊ के अलावा अयोध्या में भी बड़ा मंगल का विशेष महत्व है। हनुमानगढ़ी और अन्य प्रमुख मंदिरों में भोर से ही भक्तों की भीड़ लग गई।
- हनुमानगढ़ी मंदिर: यहां 1 किलोमीटर लंबी लाइन में भक्तों ने दर्शन किए।
- विशेष पूजा: बड़े मंगल के अवसर पर हनुमान जी की विशेष पूजा-अर्चना की गई।
- भंडारे का आयोजन: पूरे शहर में भंडारे और प्रसाद वितरण का आयोजन हुआ।
बड़े मंगल पर लखनऊ में हनुमान भक्ति का महत्व
लखनऊ में ज्येष्ठ महीने का हर मंगलवार बड़ा मंगल के रूप में मनाया जाता है।
- हनुमान जी की विशेष पूजा: भक्त मंदिरों में दर्शन कर, प्रसाद चढ़ाते हैं।
- भंडारा संस्कृति: शहरभर में भंडारे लगाए जाते हैं, जिनमें हर जाति, धर्म के लोग प्रसाद ग्रहण करते हैं।
- परंपरा: यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और हर साल इसका उल्लास बढ़ता ही जाता है।
सुरक्षा और AI की आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल
इस बार बड़े मंगल पर लखनऊ के प्रमुख हनुमान मंदिरों में सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए AI तकनीक का उपयोग किया गया।
- कैमरे: AI आधारित कैमरे संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखते हैं।
- भीड़ प्रबंधन: अधिक भीड़ होने पर अलर्ट जारी होता है।
- सुरक्षा बल: पुलिसकर्मी और सुरक्षा अधिकारी मंदिर परिसरों में तैनात हैं।
बच्चों की भक्ति बनी चर्चा का विषय
रब्तीबाग मंदिर में हनुमान बने दो छोटे भाइयों की दंडवती परिक्रमा ने सभी का ध्यान खींचा।
- भक्तों की प्रतिक्रिया: बच्चों की श्रद्धा और निष्ठा ने सभी को प्रेरित किया।
- मंदिर प्रशासन का सहयोग: बच्चों के लिए विशेष व्यवस्था की गई, ताकि वे बिना किसी बाधा के परिक्रमा कर सकें।
निष्कर्ष
लखनऊ में बड़ा मंगल केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह एक उत्सव है जो हर उम्र और हर वर्ग के भक्तों को एक साथ लाता है। बच्चों की हनुमान वेश में परिक्रमा और AI आधारित सुरक्षा व्यवस्था ने इसे और भी खास बना दिया।