Auraiya: मंदिर की छत गिरने से चार दबे, तीन भाई-बहन की मौत…पिता गंभीर घायल, टैक्टर की टक्कर से हुआ हादसा
बिधूना क्षेत्र के मढा माझी झील गांव में ट्रैक्टर की टक्कर से मंदिर की छत गिरी, मलबे में दबे एक ही परिवार के चार लोग, तीन बच्चों की मौत से गांव में मातम

औरैया (उत्तर प्रदेश):
शनिवार को औरैया जिले के बिधूना कोतवाली क्षेत्र के मढा माझी झील गांव में एक हृदयविदारक हादसे ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया। मंदिर की छत गिरने से एक ही परिवार के तीन मासूम बच्चों की मौत हो गई, जबकि पिता गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
ट्रैक्टर की टक्कर से गिरा मंदिर का पिलर:
सुबह लगभग 11:45 बजे, गांव निवासी दीपक पुत्र छिद्दन सिंह अपने ट्रैक्टर से चना की फसल की मढ़ाई कर रहा था। ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पास स्थित मंदिर के पिलर से जा टकराया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि मंदिर की छत भरभरा कर नीचे गिर गई।
धूप से बचने को मंदिर के नीचे आराम कर रहे थे:
हादसे के समय अजयपाल (55) पुत्र हरनाम सिंह अपने बच्चों साक्षी (17), कजरी (14) और रौनक (8) के साथ गेहूं काटकर खेत से लौटे थे और तेज धूप से बचने के लिए पास ही मंदिर के नीचे आराम कर रहे थे। तभी ये दुर्घटना हो गई और सभी मलबे के नीचे दब गए।
स्थानीय लोगों ने पहुंचकर बचाई जान:
दीपक के शोर मचाने पर आस-पास के ग्रामीण दौड़कर मौके पर पहुंचे और चारों को मलबे से बाहर निकाला। सभी को फौरन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिधूना ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने रौनक और कजरी को मृत घोषित कर दिया।
सैफई जाते समय तीसरी संतान की भी मौत:
गंभीर रूप से घायल अजयपाल और पुत्री साक्षी को बेहतर इलाज के लिए सैफई रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही साक्षी ने दम तोड़ दिया। इस तरह एक ही परिवार के तीन मासूम भाई-बहनों की एक ही दिन में मौत हो गई।
डीएम और एसपी मौके पर पहुंचे:
घटना की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी और पुलिस अधीक्षक अभिजीत आर शंकर मौके पर पहुंचे। प्रशासन द्वारा मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
गांव में पसरा मातम, प्रशासन ने दिए जांच के निर्देश:
गांव के पूर्व प्रधान धर्मेंद्र सिंह सेंगर टप्पू ने बताया कि यह हादसा बेहद दुखद है। अजयपाल की पत्नी उमा देवी घर पर थीं और जैसे ही उन्हें हादसे की जानकारी हुई, परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
📌 निष्कर्ष:
एक छोटे से गांव में हुई यह दुर्घटना ना केवल एक परिवार, बल्कि पूरे गांव के लिए पीड़ादायक बन गई है। यह घटना फिर से यह सोचने पर मजबूर करती है कि कैसे एक लापरवाही भरा क्षण तीन जिंदगियों को लील गया। प्रशासन की ओर से घटना की जांच के निर्देश दिए गए हैं और उम्मीद की जा रही है कि जिम्मेदारों के खिलाफ उचित कार्रवाई होगी।