कानपुर में 4 घंटे तक पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी: शुभम की मौत पर हाथीपुर गांव में गम और गुस्सा, योगी के आश्वासन से शांत हुए लोग
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कानपुर, उत्तर प्रदेश : कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में शहीद हुए शुभम द्विवेदी की मौत के बाद कानपुर के रघुवीर नगर हाथीपुर गांव में गम और गुस्से का माहौल है। शुभम के परिवार और गांव वालों के लिए यह समय बेहद दर्दनाक है। शहीद शुभम के अंतिम संस्कार से पहले ही, उनके घर के बाहर हजारों की संख्या में लोग एकत्रित हो गए थे और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे।
गुस्से से भरे लोग 41.4 डिग्री तापमान में 4 घंटे तक नारेबाजी करते रहे
गांव के लोग अपनी शोक और गुस्से का इज़हार करते हुए 41.4 डिग्री के तापमान में करीब 4 घंटे तक पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। उनके गुस्से का कारण था कि आतंकवादियों के हमले में उनके गांव के एक होनहार बेटे की मौत हो गई। शुभम के परिवार के प्रति इस दुख में, पूरा गांव एकजुट हो गया और उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
योगी आदित्यनाथ के आश्वासन के बाद स्थिति सामान्य हुई
हाथीपुर गांव में बढ़ते तनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गांववासियों से बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि सरकार शहीद के परिवार के साथ खड़ी है और आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। योगी के आश्वासन के बाद गांव के लोग शांत हुए और विरोध प्रदर्शन खत्म हुआ।
शुभम की मौत ने पूरे गांव को तोड़ दिया
शुभम की असमय मृत्यु ने न केवल उनके परिवार को तोड़ा है, बल्कि हाथीपुर गांव के लोगों को भी गहरे शोक में डुबो दिया है। गांव के लोग अपनी पीड़ा और गुस्से को पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी के रूप में व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने देश के लिए अपने बेटे की शहादत पर गहरी संवेदना जताई और पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
निष्कर्ष:
शुभम की मौत ने पूरी गांव की आत्मा को झकझोर दिया है, और पाकिस्तान के खिलाफ विरोध ने देश की एकता और साहस को उजागर किया है। हालांकि, योगी आदित्यनाथ के आश्वासन के बाद हालात सामान्य हो गए हैं, लेकिन यह घटना हमें आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने और अपनी संप्रभुता की रक्षा करने की आवश्यकता की याद दिलाती है।