LU की कैंटीन में बिना लाइसेंस बन रहा है खाना:FSDA ने मारा छापा; आलमबाग की फैक्ट्री में बेसन-बूंदी सड़े मिले; 65 हजार का माल सील
LU के सुभाष छात्रावास और जानकीपुरम परिसर की कैंटीन में खाद्य सुरक्षा मानकों की खुली धज्जियां, आलमबाग फैक्ट्री से सड़ा बेसन-बूंदी जब्त

लखनऊ (उत्तर प्रदेश): लखनऊ विश्वविद्यालय (LU) की कैंटीनों में स्वास्थ्य मानकों की धज्जियां उड़ाई जा रही थीं। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FSDA) की टीम ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए सुभाष छात्रावास और जानकीपुरम के डॉ. बीआर अंबेडकर विधि महिला छात्रावास की कैंटीन पर छापा मारा। जांच के दौरान कैंटीन संचालकों के पास वैध खाद्य लाइसेंस नहीं पाया गया।
क्या मिला जांच के दौरान?
- कैंटीन में बनाए जा रहे खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता बेहद खराब पाई गई।
- कई खाद्य उत्पाद बिना किसी मानक के रखे हुए मिले।
- लाइसेंस की कमी के साथ ही साफ-सफाई का भी घोर अभाव देखा गया।
- खाद्य सुरक्षा मानकों के उल्लंघन पर नोटिस जारी कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
आलमबाग फैक्ट्री में भी सड़ी खाद्य सामग्री बरामद
इसी कार्रवाई के तहत FSDA टीम ने आलमबाग क्षेत्र की एक फैक्ट्री पर भी छापा मारा। वहां से:
- सड़ा हुआ बेसन और बूंदी जब्त किया गया।
- कुल 65 हजार रुपये मूल्य का खाद्य सामग्री का स्टॉक सील किया गया।
- खाद्य सामग्री की सैंपलिंग कर जांच के लिए लैब भेजा गया है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी का बयान
खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया, “छात्रावास कैंटीन संचालकों को वैध लाइसेंस प्राप्त करने और कैंटीन में स्वच्छता बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, आलमबाग फैक्ट्री के खिलाफ भी नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
छात्रों में आक्रोश
कैंटीन की इस हालत को देखकर विश्वविद्यालय के छात्रों में भी नाराजगी देखी गई। छात्रों का कहना है कि कैंटीन में मिलने वाले खाने की गुणवत्ता पहले से ही खराब थी, लेकिन अब यह पूरी तरह से उजागर हो गया है।
अब आगे क्या?
- सभी सैंपल्स की रिपोर्ट आने के बाद दोषी संचालकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
- यूनिवर्सिटी प्रशासन को भी मामले की जानकारी दी गई है और सुधार के लिए निर्देश जारी किए गए हैं।
- भविष्य में नियमित निरीक्षण किए जाने की योजना बनाई जा रही है ताकि छात्रावासों में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।