ताजमहल पर हमले का बनाया फर्जी वीडियो:मुख्य गुंबद से उठ रहीं आग की लपटें, AI वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया; FIR
ताजमहल पर हमले का फर्जी वीडियो वायरल: मुख्य गुंबद से आग की लपटें, पाकिस्तान का नाम, FIR दर्ज

आगरा : में ताजमहल पर हमले का एक फर्जी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो में ताजमहल के मुख्य गुंबद से आग की लपटें उठती दिखाई देती हैं और वीडियो पर ‘ताजमहल ऑन फायर’ लिखा है। इसे पाकिस्तान के हमले का रूप दिया गया है, लेकिन जांच में सामने आया कि यह वीडियो पूरी तरह से फर्जी और AI तकनीक से बनाया गया है। पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज कर ली है।
वीडियो कैसे हुआ वायरल? यह फर्जी वीडियो मोहम्मद साजिद नाम के युवक की इंस्टाग्राम आईडी से शेयर किया गया है। वीडियो पोस्ट होने के कुछ ही घंटों में वायरल हो गया और हजारों यूजर्स ने इसे देखा और शेयर किया। पाकिस्तान पर हमले का आरोप लगाने के कारण वीडियो ने तेजी से ध्यान खींचा।
जांच में क्या निकला? पुलिस और साइबर क्राइम टीम ने जब वीडियो की जांच की तो यह स्पष्ट हुआ कि यह एक AI-जनरेटेड वीडियो है। वीडियो को एडिट कर आग की लपटें और धुआं दिखाया गया था। इसमें ताजमहल को नुकसान पहुंचाने का कोई वास्तविक घटना नहीं है।
FIR दर्ज: ताजमहल जैसी ऐतिहासिक धरोहर को लेकर फर्जी खबरें फैलाने पर आगरा पुलिस ने मोहम्मद साजिद के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। उसे साइबर अपराध अधिनियम और आईटी अधिनियम के तहत आरोपित किया गया है। पुलिस का कहना है कि वह वीडियो को शेयर करने वाले अन्य लोगों पर भी कार्रवाई कर सकती है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया: वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने इसे सच मान लिया और इसके खिलाफ नाराजगी जताई। लेकिन बाद में जब सच्चाई सामने आई तो यूजर्स ने इसे झूठी और भ्रामक जानकारी फैलाने वाला वीडियो बताया।
ऐसी अफवाहों से बचें: पुलिस और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने लोगों को सलाह दी है कि वे सोशल मीडिया पर किसी भी अनजाने या भ्रामक वीडियो को देखने और शेयर करने से पहले उसकी सच्चाई की जांच करें।
निष्कर्ष: ताजमहल जैसी विश्व धरोहर को लेकर फर्जी और भ्रामक वीडियो फैलाने से सामाजिक और कानूनी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। आगरा पुलिस की इस मामले में त्वरित कार्रवाई एक सख्त संदेश है कि ऐसी अफवाहें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।