मुरादाबाद में कपड़ा गोदामों में भीषण आग: 70 से अधिक गोदाम जलकर खाक, कारोबारी बोले- 2 घंटे बाद पहुंची फायर ब्रिगेड
तेज हवाओं से आग की लपटें 50 फीट तक उठीं, करोड़ों का नुकसान; मजदूरों ने भागकर बचाई जान

मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में सोमवार शाम एक बड़ा हादसा सामने आया जब पुराने कपड़ों के गोदामों में भीषण आग लग गई। आग इतनी भयानक थी कि देखते ही देखते यह 5 गोदामों से फैलकर करीब 70 गोदामों को अपनी चपेट में ले गई। आग की लपटें 50 फीट तक आसमान में उठती दिखाई दीं। हादसे में करोड़ों के नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
तेज हवा बनी आग के फैलने की वजह, मजदूरों ने भागकर बचाई जान
घटना उस समय हुई जब गोदामों में मजदूर काम कर रहे थे। आग की लपटें और धुंआ देख सभी मजदूर जान बचाकर भागे। तेज हवाओं ने आग को और विकराल बना दिया, जिससे आसपास के कई गोदाम चपेट में आ गए।
कारोबारियों का आरोप- दो घंटे देरी से पहुंचे दमकल कर्मी
आग लगने के बाद फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई, लेकिन घटनास्थल पर दमकल कर्मी करीब दो घंटे की देरी से पहुंचे। व्यापारियों और स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि यदि समय पर दमकल की गाड़ियां पहुंच जातीं, तो इतना बड़ा नुकसान नहीं होता।
दमकल विभाग और प्रशासन की मची अफरा-तफरी
आग की सूचना मिलते ही प्रशासन और दमकल विभाग हरकत में आए, लेकिन स्थिति पर काबू पाने में काफी देर हो चुकी थी। फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंची और घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। कुछ जगहों पर अभी भी धुंआ उठ रहा है।
कारोबारियों का भारी नुकसान, राहत की मांग
गोदाम संचालकों ने बताया कि उनके लाखों के कपड़े इस आग में जलकर खाक हो गए हैं। व्यापारियों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है और प्रशासन से मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की अपील की है।
📌 निष्कर्ष:
मुरादाबाद के इस हादसे ने एक बार फिर दमकल व्यवस्था और आपदा प्रबंधन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। समय पर राहत पहुंचाने में हुई देरी से जहां करोड़ों का नुकसान हुआ, वहीं भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है।