जिसे गोमांस बताकर अरबाज-कदील-अकील ने पीटा, वो भैंस का निकला: पीड़ित बोले- आरोपी 15 दिन से पीछे लगाकर परेशान कर रहे थे

जयपुर: राजस्थान में गोमांस को लेकर एक विवादित मामले में अरबाज, कदील और अकील नामक आरोपियों द्वारा पीड़ितों को जान से मारने तक की धमकी दी गई और मारपीट की गई। मामले की तहकीकात में सामने आया है कि जो मांस लेकर तीनों व्यक्ति फैक्ट्री से लौट रहे थे, वह गोमांस नहीं बल्कि भैंस का मांस था।
घटना का पूरा विवरण
पीड़ितों ने बताया कि वे एक मीट फैक्ट्री से रोजाना की तरह मांस खरीदकर लौट रहे थे। साथ में उनका ड्राइवर भी था। जब वे फैक्ट्री से लगभग 15 किलोमीटर दूर पहुंचे, तभी बाइक से आए चार व्यक्ति—अरबाज, कदील, अकील समेत—ने उन्हें रोका और पूछा कि गाड़ी में क्या है। जवाब में पीड़ितों ने बताया कि फैक्ट्री से मांस लेकर आ रहे हैं।
इसके बाद आरोपियों ने मांस को गोमांस बताया और तीनों को पीटना शुरू कर दिया। पीड़ितों का आरोप है कि आरोपी पिछले 15 दिनों से लगातार उनका पीछा कर परेशान कर रहे थे। घटना के दौरान पुलिस को भी सूचना दी गई, लेकिन पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस ने समय पर मदद नहीं की और उन्हें पुलिस द्वारा छोड़ दिया गया।
पुलिस ने शुरू की जांच
मामले में स्थानीय पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में यह तथ्य सामने आया है कि जिस मांस को लेकर विवाद हुआ, वह भैंस का मांस था, न कि गोमांस। पुलिस ने कहा है कि आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को नहीं छोड़ा जाएगा।
पीड़ितों की आपबीती
पीड़ितों ने कहा, “हम फैक्ट्री से मीट खरीदकर आ रहे थे। यह हमारा रोज का काम है। लेकिन आरोपी हमें पिछले पंद्रह दिन से परेशान कर रहे थे। वे हमें डराने-धमकाने और मारने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस भी हमारे साथ सहयोग करें।”
निष्कर्ष
यह मामला सामाजिक संवेदनशीलता के साथ-साथ कानून व्यवस्था की चुनौती भी पेश करता है। प्रदेश पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कदम उठाए हैं। इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस की जिम्मेदारी को भी चुनौती दी है कि वे समाज में शांति और सुरक्षा बनाए रखें।