लखनऊ में शिक्षामित्रों का रोटी लेकर प्रदर्शन: वेतन वृद्धि और स्थायी नौकरी की मांग सातवें दिन भी जारी

लखनऊ: प्रदेश के शिक्षामित्रों का संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज लखनऊ के इको गार्डन में TET-CTET पास शिक्षामित्रों ने सातवें दिन भी जोरदार प्रदर्शन किया। इस बार उन्होंने हाथों में रोटी लेकर विरोध जताया, जिससे सरकार के प्रति उनकी भूख और वेतन-वृद्धि की मांग का दर्द साफ झलकता है। शिक्षामित्रों ने जोर देकर कहा कि उन्हें 2 जून की रोटी भी नहीं मिल रही है।
75 जिलों से आए शिक्षक, बच्चों ने भी दिया साथ
प्रदर्शन में सिर्फ लखनऊ के नहीं बल्कि प्रदेश के 75 जिलों से शिक्षामित्र और उनके बच्चे भी शामिल हुए। वेतन नहीं मिलने और नौकरी की अनिश्चितता के कारण शिक्षामित्रों का आक्रोश चरम पर पहुंच गया है। उन्होंने सरकार से तत्काल पक्की नौकरी और वेतन वृद्धि की मांग दोहराई है।
शिक्षामित्रों की मुख्य मांगें
- TET-CTET पास शिक्षामित्रों को स्थायी (पक्की) नौकरी दी जाए।
- समय पर और उचित वेतन भुगतान सुनिश्चित किया जाए।
- रोजगार की गारंटी और सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जाए।
प्रदर्शन में शिक्षामित्रों का संदेश
प्रदर्शनकारी शिक्षामित्रों ने बताया,
“हम 2 जून की रोटी तक के लिए दर-दर भटक रहे हैं। हमारी आवाज सुनो, हमें सम्मान और नौकरी दो।”
शिक्षामित्रों का कहना है कि वे बच्चों की शिक्षा में योगदान देने के लिए समर्पित हैं, लेकिन नौकरी और वेतन के अभाव में उनका मनोबल टूट रहा है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया और आगे की योजना
प्रदर्शन के बाद स्थानीय प्रशासन और शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने शिक्षामित्रों से बातचीत की। हालांकि अभी तक स्थायी समाधान नहीं निकला है। शिक्षामित्रों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे संघर्ष और तेज करेंगे।
निष्कर्ष:
शिक्षामित्रों का यह रोटी प्रदर्शन सिर्फ भुखमरी का नहीं, बल्कि सम्मान और न्याय की आवाज है। प्रदेश सरकार के लिए यह चुनौती है कि वह जल्द से जल्द शिक्षामित्रों की मांगों को पूरा कर शिक्षा व्यवस्था में स्थिरता और सकारात्मकता बनाए।