5 अधिकारियों ने जॉइंट कमिश्नर योगेंद्र को फंसाने की साजिश रची, पिता-पत्नी ने लगाया IPS रवीना पर दबाव और फेक मेडिकल रिपोर्ट बनाने का आरोप

लखनऊ। लखनऊ इनकम टैक्स विभाग में तैनात जॉइंट कमिश्नर योगेंद्र मिश्रा के खिलाफ इनकम टैक्स के पांच बड़े अधिकारियों ने कथित तौर पर साजिश रची है। योगेंद्र के पिता और पत्नी ने आरोप लगाया है कि IPS अधिकारी रवीना के दबाव में पुलिस फर्जी मेडिकल रिपोर्ट तैयार कर मामले को बढ़ावा दे रही है।
सूत्रों के मुताबिक, विवाद जो कि सामान्य बातचीत और सुलझाने योग्य था, उसे जानबूझकर FIR में बदल दिया गया है। बताया जा रहा है कि इस पूरी साजिश की स्क्रिप्ट पहले से तैयार थी ताकि योगेंद्र मिश्रा को फंसाया जा सके। साथ ही, इस मामले के साक्ष्यों को नष्ट करने का भी प्रयास किया जा रहा है, जिससे योगेंद्र की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
फर्जी FIR और दबाव की राजनीति
योगेंद्र मिश्रा के परिवार का आरोप है कि IPS रवीना के निर्देश पर पुलिस ने फर्जी मेडिकल रिपोर्ट तैयार कर मामले को गंभीर रूप दिया है। यह रिपोर्ट असलियत से अलग है और इसका उद्देश्य योगेंद्र को फंसाना है। परिवार के मुताबिक, पुलिस और कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से योगेंद्र के खिलाफ झूठे मामले बनाए जा रहे हैं, जो उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश है।
इनकम टैक्स विभाग में बढ़ता तनाव
योगेंद्र मिश्रा लखनऊ इनकम टैक्स विभाग में जॉइंट कमिश्नर के पद पर तैनात हैं। उनके खिलाफ साजिश रचने वाले अधिकारी भी विभाग के बड़े पदों पर हैं। इस विवाद ने विभाग के भीतर तनाव बढ़ा दिया है। योगेंद्र के समर्थक इसे विभागीय राजनीति का हिस्सा मान रहे हैं, जिससे उनकी कार्यशैली और ईमानदारी पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
योगेंद्र मिश्रा के पक्ष में आवाज उठाई गई
योगेंद्र के परिवार ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है और न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि योगेंद्र निर्दोष हैं और उनकी बेगुनाही जल्द साबित होगी। साथ ही उन्होंने IPS रवीना और अन्य अधिकारियों द्वारा लगाए जा रहे दबाव की भी जांच की मांग की है ताकि मामले की सही जानकारी सामने आ सके।
निष्कर्ष
यह मामला लखनऊ इनकम टैक्स विभाग और पुलिस के बीच चल रही विवादास्पद घटनाओं की गवाही देता है, जहां कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से एक जॉइंट कमिश्नर को फंसाने की कोशिश की जा रही है। योगेंद्र मिश्रा के खिलाफ बनाए गए मामले की निष्पक्ष जांच की जरूरत है ताकि सच सामने आ सके और न्याय हो।