लखनऊ में युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, पत्नी का आरोप—लिव-इन पार्टनर कर रही थी ब्लैकमेल, धमकियों से था मानसिक तनाव

लखनऊ में प्रेम त्रिकोण बना मौत की वजह, फंदे से झूल गया युवक – पत्नी ने बताई ब्लैकमेलिंग की कहानी
लखनऊ: राजधानी लखनऊ के एक युवक की संदिग्ध परिस्थिति में फांसी लगाकर मौत की खबर ने हड़कंप मचा दिया है। मृतक की पत्नी ने लिव-इन पार्टनर पर ब्लैकमेलिंग और धमकी देने के गंभीर आरोप लगाए हैं। पत्नी का दावा है कि युवक ने वीडियो कॉल पर सिर्फ डराने के लिए फंदा लगाया था, लेकिन गलती से झूल गया और उसकी मौत हो गई।
🧕 पत्नी का आरोप – “प्रेमिका कर रही थी मानसिक उत्पीड़न”
मृतक की पत्नी ने बताया कि नीतू नामक महिला, जो कि पहले उसके पति की लिव-इन पार्टनर रह चुकी है, लगातार ब्लैकमेल कर रही थी। वह उनके पति से पैसे और साथ न मिलने पर जेल भिजवाने की धमकी देती थी। जब पति ने कॉल उठाना बंद किया तो नीतू ने अपनी दोस्त गुड्डी से कॉल करवाकर धमकियां दिलवानी शुरू कर दीं।
📱 वीडियो कॉल पर डराने के लिए फंदा, लेकिन हो गई मौत
परिवार वालों का दावा है कि मृतक वीडियो कॉल पर खुद को फंदे से लटकाने का नाटक कर रहा था, ताकि सामने वाली को डराकर शांत करा सके। लेकिन यह स्टंट जानलेवा साबित हुआ।
पत्नी का कहना है कि,
“वह बस डराना चाहता था, फंदा लगा तो लिया लेकिन पैर फिसल गया और वह झूल गया।”
🏠 मौत के बाद घर पहुंचकर लड़ाई करने लगी प्रेमिका
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि मौत के कुछ ही घंटों बाद, नीतू खुद मृतक के घर पहुंची और वहां पत्नी से झगड़ा करने लगी। यह दृश्य देखकर मोहल्ले वालों में भी आक्रोश फैल गया।
🔍 पुलिस कर रही जांच, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलेगा राज
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
पुलिस अधिकारी का कहना है कि मामला प्रेम-प्रसंग से जुड़ा लग रहा है और ब्लैकमेलिंग के एंगल से भी जांच की जा रही है। मोबाइल रिकॉर्डिंग्स और कॉल डिटेल्स को खंगाला जा रहा है।
⚖️ क्या हो सकती हैं IPC धाराएं?
अगर पत्नी की शिकायत सही पाई जाती है तो आरोपियों पर IPC की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और 384 (जबरन वसूली/ब्लैकमेलिंग) जैसी गंभीर धाराएं लग सकती हैं।
🗣️ समाज में संदेश
इस तरह के मामलों में प्रेम संबंधों का अंत मानसिक दबाव, अवसाद और दुखद परिणामों तक पहुंच सकता है। यह घटना संबंधों में पारदर्शिता और संवाद की आवश्यकता को एक बार फिर रेखांकित करती है।
📌 निष्कर्ष:
लखनऊ की यह घटना प्रेम-प्रसंग, ब्लैकमेलिंग और मानसिक तनाव के उस खतरनाक गठजोड़ को उजागर करती है, जो किसी की जान तक ले सकता है। अब सबकी निगाहें पुलिस की जांच पर टिकी हैं कि क्या यह हादसा था या उकसाई गई आत्महत्या?