लखनऊ में समय से पहले मानसून की दस्तक: गोमतीनगर से एयरपोर्ट तक बारिश, काले बादलों से छाया मौसम

लखनऊ में समय से पहले मानसून की दस्तक, कई इलाकों में बारिश शुरू
लखनऊ: राजधानी लखनऊ में मानसून की औपचारिक एंट्री से पहले ही मौसम ने करवट ले ली है। गुरुवार दोपहर के बाद शहर के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश ने दस्तक दी, जिससे भीषण गर्मी और उमस से परेशान लोगों को राहत मिली।
🌧️ गोमतीनगर, कैंट, एयरपोर्ट से लेकर हजरतगंज तक बारिश का असर
लखनऊ के गोमतीनगर, हजरतगंज, एयरपोर्ट और कैंट इलाके में हल्की बारिश की शुरुआत हो चुकी है। बादलों से ढका आसमान और ठंडी हवाएं मॉनसून की आहट का स्पष्ट संकेत दे रही हैं। कुछ जगहों पर तेज बौछारें भी दर्ज की गईं।
🔎 मौसम विभाग का पूर्वानुमान – समय से एक दिन पहले पहुंचेगा मानसून
आईएमडी लखनऊ केंद्र के मुताबिक,
“पूर्वी यूपी के ऊपर बने सिस्टम के कारण मानसून लखनऊ में समय से एक दिन पहले यानी 21 जून को पहुंचने की पूरी संभावना है। परंतु स्थानीय प्रभावों के कारण 20 जून की दोपहर से ही असर दिखने लगा है।”
🌡️ उमस भरी गर्मी से मिली राहत, दिन में धूप-छांव का खेल
सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे, लेकिन तेज उमस और गर्म हवाओं ने लोगों को बेहाल किया। दोपहर के बाद शुरू हुई बारिश ने तापमान में गिरावट ला दी। लोगों ने सोशल मीडिया पर ‘रिलैक्सिंग वेदर’ बताते हुए वीडियो और तस्वीरें भी शेयर कीं।
📸 लोग बोले – “बरसात के साथ आई राहत, अब गर्मी से छुटकारा मिले”
स्थानीय निवासी अभिनव मिश्रा का कहना है –
“पिछले कई दिनों से 40 डिग्री के करीब तापमान था, आज की बारिश ने राहत दी है। उम्मीद है कि अब मौसम सुहावना रहेगा।”
📣 अगले 3 दिन – रुक-रुककर बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों के लिए हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान जताया है।
- दिन में कई बार तेज बौछारें
- कुछ इलाकों में थंडरस्टॉर्म और बिजली गिरने की संभावना
- अधिकतम तापमान में 3 से 4 डिग्री की गिरावट संभव
🚌 ट्रैफिक और यातायात पर असर
बारिश की वजह से गोमतीनगर, चारबाग और आलमबाग क्षेत्र में कुछ देर के लिए जाम जैसी स्थिति बनी। हालांकि, यातायात विभाग ने सतर्कता बरतते हुए अतिरिक्त जवानों की तैनाती कर दी है।
📌 निष्कर्ष:
लखनऊ में मानसून ने दस्तक दे दी है और आने वाले दिनों में रुक-रुक कर बारिश जारी रहने की उम्मीद है। बारिश ने जहां गर्मी से राहत दी है, वहीं सतर्कता और ट्रैफिक नियंत्रण की भी आवश्यकता है ताकि बारिश का मजा भी लिया जा सके और परेशानी भी न हो।