उन्नाव में भीषण सड़क हादसा: राजस्थान से लौटते वक्त दरोगा की मौत, सिपाही समेत छह घायल

उन्नाव। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में गुरुवार तड़के एक भीषण सड़क हादसे में यूपी पुलिस के दरोगा मनजीत सिंह (38) की मौके पर मौत हो गई, जबकि सिपाही समेत 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा उस समय हुआ जब पुलिस टीम राजस्थान से एक नाबालिग लड़की को लेकर लौट रही थी।
घटना हाईवे पर मोहान थाना क्षेत्र के पास हुई, जहां तेज रफ्तार में जा रही अर्टिगा कार एक प्राइवेट बस में पीछे से जा घुसी।
मिशन पर थी यूपी पुलिस की टीम
अमेठी जिले में तैनात दरोगा मनजीत सिंह के नेतृत्व में यूपी पुलिस की टीम लापता नाबालिग लड़की की बरामदगी के लिए राजस्थान गई थी। टीम ने लड़की को बरामद कर लिया था और उसे वापस ला रही थी, तभी यह हादसा हो गया।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि लंबा सफर, नींद की झपकी और तेज गति दुर्घटना की संभावित वजह हो सकती है।
हादसे में जान गंवाने वाले व घायल
- मृतक: दरोगा मनजीत सिंह (38), निवासी अमेठी
- गंभीर घायल: सिपाही समेत अन्य 5 पुलिसकर्मी व एक नाबालिग लड़की
सभी घायलों को उन्नाव जिला अस्पताल से लखनऊ रेफर किया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
मौके पर पहुंचा प्रशासन, मचा हड़कंप
घटना की सूचना मिलते ही मोहान थाना पुलिस, एसपी उन्नाव और आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। क्रेन की मदद से कार को हटाया गया और घायलों को तत्काल इलाज के लिए भेजा गया।
एसपी उन्नाव ने प्रेस को बताया:
“हादसे की उच्चस्तरीय जांच कराई जा रही है। प्राथमिक लापरवाही ड्राइवर की ओर से प्रतीत होती है।“
मानवता निभाते हुए ड्यूटी पर शहीद
दरोगा मनजीत सिंह अपने कार्यकाल में कर्तव्यनिष्ठ और ईमानदार अफसर के रूप में पहचाने जाते थे। उनके आकस्मिक निधन से पुलिस महकमे और परिजनों में शोक की लहर है।
राज्य सरकार की ओर से शहीद दरोगा को सम्मानित करने और परिजनों को सहायता देने की बात कही गई है।
निष्कर्ष (Conclusion):
उन्नाव का यह हादसा एक बार फिर पुलिस की ड्यूटी के खतरों को उजागर करता है। दिन-रात कानून व्यवस्था संभालने वाले पुलिसकर्मियों को भी लगातार मानसिक और शारीरिक दबाव झेलना पड़ता है, जो कभी-कभी ऐसे दर्दनाक हादसों का कारण बन जाता है। समाज को उनकी सेवा और बलिदान को समझते हुए उनका सम्मान करना चाहिए।