उत्तर प्रदेशलखनऊ
लखनऊ में सौतेले पिता की दरिंदगी: मोबाइल चलाने पर बेटी की चाकू से गोदकर हत्या

लखनऊ: से एक दर्दनाक और झकझोर देने वाली घटना सामने आई है।
यहां एक सौतेले पिता ने अपनी ही बेटी की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी।
मृतका की पहचान सिमरन राजपूत (16 वर्ष) के रूप में हुई है, जो कक्षा 11वीं की छात्रा थी।
कैसे हुआ हत्या का वारदात?
- घटना राजाजीपुरम इलाके की है
- सिमरन अपने कमरे में बैठी मोबाइल फोन चला रही थी
- सौतेले पिता को संदेह हुआ कि वह किसी से चैटिंग कर रही है
- इसी बात को लेकर विवाद शुरू हुआ, और पिता ने उसे डांटने के साथ गालियां दीं
- जब सिमरन ने जवाब दिया तो गुस्से में आकर पिता किचन से चाकू लाया
- गर्दन और पेट पर ताबड़तोड़ वार कर दिए
- सिमरन ने मौके पर ही दम तोड़ दिया
हत्या के बाद क्या हुआ?
- मां ने शोर मचाया तो पड़ोसी जुटे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी
- पुलिस ने आरोपी को मौके से गिरफ्तार कर लिया है
- शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है
- FIR दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच जारी है
मां का बयान:
सिमरन की मां ने बताया:
“मेरी बेटी ने किसी का क्या बिगाड़ा था?
वो सिर्फ मोबाइल चला रही थी।
मैं रसोई में थी, जब चिल्लाने की आवाज़ आई।
भागकर आई तो देखा… सब खत्म हो चुका था।”
सौतेले पिता का क्रूर इतिहास:
- आरोपी की पहचान अशोक कुमार (40) के रूप में हुई है
- वह पहले भी कई बार सिमरन पर हाथ उठा चुका था
- घरेलू हिंसा की पहले भी शिकायतें मिली थीं, लेकिन मां ने परिवार टूटने के डर से चुप्पी साध ली थी
समाज के लिए संदेश:
इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं:
- क्या मोबाइल का इस्तेमाल करना अपराध है?
- क्या हम बच्चों को समझाने के बजाय उन्हें मार डालेंगे?
- सौतेले रिश्तों को लेकर समाज में आज भी क्यों डर है?
यह केवल एक घर की नहीं, पूरे समाज की हार है।
निष्कर्ष:
लखनऊ की यह घटना हर माता-पिता, शिक्षक और समाज के जिम्मेदार व्यक्ति के लिए चेतावनी है।
आज अगर हम गुस्से को रिश्तों पर हावी होने देंगे, तो घर नरक में बदल जाएंगे।
ज़रूरत है संवाद, सहानुभूति और संरक्षण की।