पति की आत्महत्या के दो महीने बाद महिला ने गोमती में लगाई छलांग: लखनऊ में रिटायर्ड जज की प्रताड़ना से परेशान होकर दी जान

लखनऊ: में बुधवार को एक महिला ने गोमती नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली।
स्थानीय लोगों ने महिला को नदी में कूदते देखा तो शोर मचाया, लेकिन जब तक गोताखोर मौके पर पहुंचे, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
घटना के बाद पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
पति ने भी की थी आत्महत्या, रिटायर्ड जज पर गंभीर आरोप
जानकारी के अनुसार, महिला का पति करीब दो महीने पहले ही आत्महत्या कर चुका था।
पति ने अपने सुसाइड नोट में एक रिटायर्ड जज द्वारा मानसिक और आर्थिक प्रताड़ना का आरोप लगाया था। अब पत्नी भी इसी कारण से तनाव में बताई जा रही थी।
पुलिस को संदेह है कि महिला ने भी पति की मौत के बाद अवसाद में आकर यह कदम उठाया। मामले की जांच उसी दिशा में की जा रही है।
पुलिस ने क्या कहा?
पुलिस अधिकारियों ने बताया—
“शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है।
महिला के मोबाइल और सामान की जांच की जा रही है।
मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, लेकिन परिवार से पूछताछ के बाद पूरा सच सामने आ सकेगा।”
फोरेंसिक टीम कर रही घटनास्थल की बारीकी से जांच
पुलिस के साथ पहुंची फोरेंसिक टीम ने नदी किनारे और घटनास्थल से महिला के पर्स, मोबाइल और अन्य सामान को सील कर जांच शुरू की है।
CCTV फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आत्महत्या से पहले महिला की गतिविधियां क्या थीं।
आसपास के लोगों में दहशत, मानसिक तनाव बना बड़ा कारण
इस घटना से आसपास के लोगों में आक्रोश और भय का माहौल है।
समाजशास्त्रियों के अनुसार,
“एक व्यक्ति की आत्महत्या के बाद परिवार के दूसरे सदस्य अक्सर डिप्रेशन में चले जाते हैं। यदि उन्हें समय रहते भावनात्मक मदद ना मिले, तो ऐसी घटनाएं दोहराई जा सकती हैं।”
🔍 निष्कर्ष:
लखनऊ की इस दुखद घटना ने एक बार फिर मानसिक स्वास्थ्य, न्याय प्रणाली और पारिवारिक सहयोग के महत्व पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
रिटायर्ड जज पर लगे आरोपों की भी पुनः जांच की मांग उठ सकती है।