‘योगी आम’ देखकर मुस्कुराए मुख्यमंत्री: आम महोत्सव में किसानों से की बातचीत, रायबरेली के बाग पर मंत्री की ली चुटकी
लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ ने 3 दिवसीय आम महोत्सव का किया उद्घाटन, कहा- 'आम से आम आदमी को सीधा जुड़ाव'

लखनऊ में आयोजित 3 दिवसीय आम महोत्सव की शुरुआत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की। इस मौके पर उन्होंने न केवल किसानों के साथ संवाद किया, बल्कि आम की किस्मों को समझने और उनकी खूबी जानने में भी खासी दिलचस्पी दिखाई।
‘योगी आम’ देखकर मुस्कराए मुख्यमंत्री
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री जैसे ही किसानों के स्टॉल पर पहुंचे, उन्होंने हाथ में कुछ आम उठाए। तभी उनकी नजर एक आम पर गई, जिस पर लिखा था – ‘योगी आम’। यह देखकर मुख्यमंत्री हल्के से मुस्कराए, आम को हाथ में उठाकर उसका वजन पूछा और मीडिया के कैमरों के लिए हाथ में लेकर फोटो भी खिंचवाई।
इस क्षण ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों के चेहरों पर भी मुस्कान बिखेर दी। सोशल मीडिया पर यह फोटो तेजी से वायरल हो रही है।
सीएम ने किसानों से की सीधी बातचीत
मुख्यमंत्री ने अलग-अलग स्टॉलों पर जाकर किसानों से आम की किस्में, पैदावार और बाजार की स्थिति के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने आम की खेती को बढ़ावा देने और ‘उत्तर प्रदेश को आम उत्पादन में अग्रणी बनाने’ की दिशा में सरकार की नीतियों का जिक्र किया।
सीएम ने कहा,
“आम हमारे किसानों की पहचान हैं। हर एक आम की किस्म अपने आप में एक कहानी कहती है। ‘योगी आम’ हो या ‘दशहरी’, ये हमारे गांव और किसानों की मेहनत का प्रतीक हैं।”
रायबरेली बाग को लेकर मंत्री पर ली चुटकी
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने विशेष अंदाज में रायबरेली के एक मंत्री की ओर इशारा करते हुए चुटकी ली। उन्होंने कहा,
“रायबरेली के आम का तो स्वाद ही अलग है… अब मंत्री जी से पूछना पड़ेगा, उनका बाग कब देखने आएं?”
उनकी यह टिप्पणी सुनकर मंच और दर्शक दोनों हंस पड़े। यह दर्शाता है कि मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि ह्यूमर और जुड़ाव के साथ लिया।
महोत्सव में शामिल हैं 100+ आम की किस्में
लखनऊ के आम महोत्सव में इस बार उत्तर प्रदेश के दशहरी, लंगड़ा, चौसा, सफेदा, बंबई, मल्लिका जैसी पारंपरिक किस्मों के अलावा हाइब्रिड और GI टैग प्राप्त आमों को भी प्रदर्शित किया गया है।
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महोत्सव में 30 से ज्यादा जिलों के किसानों ने हिस्सा लिया है।
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खास बात यह रही कि कई किसानों ने अपने बागों में ऑर्गेनिक फार्मिंग के प्रयासों की भी जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने क्या संदेश दिया?
कार्यक्रम के समापन भाषण में मुख्यमंत्री योगी ने कहा:
“कृषि आधारित अर्थव्यवस्था में आम का बड़ा योगदान है। किसानों की मेहनत और उनके उत्पादों को प्रोत्साहन देना हमारी प्राथमिकता है। हम कृषि विपणन को और सशक्त करेंगे।”
निष्कर्ष:
लखनऊ में आम महोत्सव सिर्फ एक कृषि प्रदर्शनी नहीं रहा, बल्कि यह किसानों और सरकार के बीच एक सकारात्मक संवाद का अवसर बन गया। ‘योगी आम’ के ज़िक्र ने इस आयोजन को एक मानवीय और रोचक स्पर्श दिया, जो लोगों के दिलों को छू गया।