बक्शी का तालाब नगर पंचायत में वन सप्ताह की शुरुआत: तालाब किनारों और शमशान भूमि पर होगा वृहद वृक्षारोपण
1 जुलाई से 7 जुलाई तक चलने वाले ‘वन सप्ताह’ में बक्शी का तालाब को ग्रीन-क्लीन बनाने के लिए शुरू की गई पहल, वार्ड स्तर पर जनता को सौंपी गई जिम्मेदारी।

बक्शी का तालाब: राज्यभर में 1 जुलाई से 7 जुलाई तक चलने वाले ‘वन सप्ताह’ अभियान के तहत नगर पंचायत बक्शी का तालाब में व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य नगर को ग्रीन, क्लीन और इको-फ्रेंडली बनाना है।
नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी इंद्रभान ने बताया कि वृक्षारोपण की जिम्मेदारी नगर के सभी वार्डों के निवासियों को दी गई है। वृक्षारोपण विशेष रूप से तालाब किनारों, सड़कों के दोनों ओर की खाली जमीनों, शमशान घाटों, चरागाहों व अनुपयोगी भूमि पर किया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि लगाए गए पेड़ों की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी भी संबंधित वार्डों को दी जाएगी।
प्राकृतिक प्रजातियों को मिलेगा महत्व
नगर के ब्रांड एंबेसडर एवं कृषि विशेषज्ञ डॉ. सत्येंद्र कुमार सिंह ने जानकारी दी कि
“आजादी के बाद से देसी आम, बेल, कैथा, जामुन, इमली, महुआ और नीम जैसी परंपरागत प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर हैं। हमें इन पेड़ों को फिर से लगाना होगा, क्योंकि जलस्तर में गिरावट रोकने का सबसे बड़ा माध्यम सिर्फ वृक्ष हैं।”
नगर वासियों से साफ-सफाई के लिए अपील
बरसात के इस समय में, अधिशासी अधिकारी और नगर प्रशासन ने नागरिकों से विशेष स्वच्छता सहयोग की अपील की है:
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खुले में पॉलिथीन या कचरा न डालें
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नालियों को अवरुद्ध न करें, उन्हें साफ-सुथरा रखें
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बचे हुए खाने, फलों के छिलके, सब्जियों के अवशेष सड़कों पर न फेंकें
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कचरा वाहन में ही कूड़ा डालें, कचरे को भीगने से बचाएं
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शौचालयों की सफाई नियमित करें
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सड़कों पर पशुओं को न बांधें, किनारों को साफ रखें
निष्कर्ष:
बक्शी का तालाब की यह हरियाली और स्वच्छता पहल वन सप्ताह के दौरान न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगी, बल्कि स्थानीय नागरिकों में सामाजिक जिम्मेदारी और प्रकृति के प्रति जागरूकता भी बढ़ाएगी। वृक्षारोपण और स्वच्छता के समन्वय से नगर पंचायत को मॉडल इको-फ्रेंडली ज़ोन बनाने की दिशा में यह एक सार्थक कदम है।