उत्तर प्रदेशलखनऊ

लखनऊ में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प: प्राइमरी स्कूलों के मर्जर के विरोध में विधानसभा की ओर बढ़े, पुलिस ने रोका

कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने लगाए योगी सरकार के खिलाफ नारे, पुलिस ने लाठी उठाई, प्रदर्शनकारियों को घसीटते हुए किया गिरफ्तार

लखनऊ |  राजधानी लखनऊ में मंगलवार को प्राइमरी स्कूलों के मर्जर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस से तीखी झड़प हो गई।
प्रदर्शनकारी कांग्रेस पार्टी मुख्यालय से विधानसभा की ओर मार्च कर रहे थे, लेकिन रास्ते में पुलिस बैरिकेडिंग ने उन्हें रोक दिया। इसी दौरान धक्का-मुक्की हुई और मामला झड़प में तब्दील हो गया।


🚨 पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को घसीटकर गाड़ियों में बैठाया

पार्टी मुख्यालय के गेट पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। जब कार्यकर्ता “योगी सरकार मुर्दाबाद” के नारे लगाते हुए विधानसभा की ओर बढ़े, तो पुलिस ने पहले उन्हें समझाने की कोशिश की।
विरोध न रुकने पर पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए कई प्रदर्शनकारियों को गाड़ियों में घसीटकर बैठाया और थाने ले गई।


🎙️ कांग्रेस का आरोप: लोकतांत्रिक विरोध को कुचला गया

प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता अर्जुन सिंह यादव ने कहा—
“राज्य सरकार शिक्षा को बर्बाद करने पर तुली है। प्राइमरी स्कूलों के मर्जर से हजारों शिक्षकों की नौकरियां और लाखों बच्चों की शिक्षा प्रभावित होगी। हमने शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया, लेकिन पुलिस ने तानाशाही रवैया अपनाया।”


📚 क्या है प्राइमरी स्कूलों के मर्जर का मामला?

योगी सरकार ने हाल ही में कम उपस्थिति वाले प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों को मर्ज (विलय) करने की योजना बनाई है। सरकार का कहना है कि इससे शैक्षिक गुणवत्ता और संसाधनों का बेहतर उपयोग होगा।
वहीं कांग्रेस और शिक्षक संगठनों का मानना है कि इससे स्कूल बंद होंगे, शिक्षकों की कमी होगी और ग्रामीण बच्चों की पहुंच शिक्षा से दूर हो जाएगी।


📷 विरोध का दृश्य: नारे, पोस्टर और रोष

प्रदर्शन में शामिल कार्यकर्ताओं के हाथों में तख्तियां थीं जिन पर लिखा था:

  • “शिक्षा का निजीकरण बंद करो”

  • “सरकारी स्कूल बचाओ, बच्चों का भविष्य बचाओ”

  • “शिक्षा पर हमला बर्दाश्त नहीं”


📌 निष्कर्ष:

लखनऊ में आज जो नज़ारा दिखा, वह आने वाले समय में शिक्षा व्यवस्था को लेकर सियासी गरमी का संकेत है।
सरकार की मर्जर नीति को लेकर विरोध तेज हो सकता है, और कांग्रेस इसे जन-आंदोलन का रूप देने की तैयारी में है।

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