कुशीनगर में मोहर्रम जुलूस के दौरान दो समुदायों में तनाव, लखनऊ में स्वामी सारंग का आत्मदंड; राजा भैया के पिता को किया गया हाउस अरेस्ट
कुशीनगर में धक्का-मुक्की और हंगामे से बिगड़े हालात, पुलिस ने भीड़ को किया तितर-बितर; लखनऊ में स्वामी सारंग ने पीठ पर जंजीरें मारकर जताया मातम

लखनऊ/कुशीनगर | उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में शनिवार रात मोहर्रम के जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच तनाव उत्पन्न हो गया। देखते ही देखते जुलूस स्थल पर धक्का-मुक्की और तीखी नोकझोंक शुरू हो गई। पुलिस को भीड़ पर नियंत्रण पाने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा।
वहीं लखनऊ में मोहर्रम के अवसर पर स्वामी सारंग ने अपनी पीठ पर जंजीरें मारकर आत्मदंड किया, जिसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
उधर प्रतापगढ़ में राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह को प्रशासन ने एहतियातन हाउस अरेस्ट में रखा।
कुशीनगर: क्या हुआ घटनास्थल पर?
कुशीनगर के एक मोहल्ले में मोहर्रम का जुलूस निकल रहा था, तभी अचानक दो समुदायों के बीच आपसी कहासुनी के बाद बात बिगड़ गई। आरोप है कि जुलूस मार्ग और वक्त को लेकर विवाद हुआ, जिसमें लोग आपे से बाहर हो गए और धक्का-मुक्की व गाली-गलौज की स्थिति बन गई।
पुलिस को तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभालना पड़ा।
एसपी कुशीनगर ने बताया:
“कुछ असामाजिक तत्वों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की थी, जिन्हें चिन्हित किया जा रहा है। स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है।”
लखनऊ: स्वामी सारंग का आत्मदंड
लखनऊ में मोहर्रम के दिन स्वामी सारंग ने शोक प्रकट करने के लिए अपनी पीठ पर जंजीरें मारते हुए आत्मदंड का प्रदर्शन किया।
उनका कहना था:
“हुसैन की शहादत केवल एक समुदाय की नहीं, पूरी मानवता के लिए एक प्रेरणा है।”
इस प्रदर्शन को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटे और उनके इस कृत्य की भावनात्मक सराहना की।
प्रतापगढ़: उदय प्रताप सिंह हाउस अरेस्ट
पूर्व सांसद और राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह को मोहर्रम के मद्देनजर गृह नजरबंद कर दिया गया है।
प्रशासन को अंदेशा था कि उनकी गतिविधियों से शांति व्यवस्था प्रभावित हो सकती है, इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से यह कदम उठाया गया।
सूत्रों के अनुसार, वह पूर्व में कई बार मोहर्रम को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं।
पुलिस और प्रशासन की निगरानी तेज:
-
पूरे यूपी में ड्रोन से निगरानी
-
प्रमुख शहरों में रैपिड एक्शन फोर्स तैनात
-
सोशल मीडिया पर भी नजर
-
अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश
निष्कर्ष (Conclusion):
यूपी में मोहर्रम के मौके पर जहां एक ओर श्रद्धा और आत्मनियंत्रण के दृश्य देखने को मिले, वहीं कुछ स्थानों पर सांप्रदायिक तनाव की स्थिति भी बनी।
प्रशासन की तत्परता से बड़ी घटनाएं टल गईं, लेकिन यह स्पष्ट है कि धार्मिक आयोजनों में सद्भाव बनाए रखना और अफवाहों से बचना अत्यंत आवश्यक है।