लखनऊ | लखनऊ पुलिस लाइन स्थित ट्रांजिट हॉस्टल में एडिशनल एसपी मुकेश प्रताप सिंह की पत्नी नितेश सिंह की आत्महत्या के मामले ने अब एक नया और बेहद संवेदनशील मोड़ ले लिया है। 29 जुलाई की एक सीसीटीवी फुटेज वायरल हुई है, जिसमें नितेश अपने दिव्यांग बेटे को तकिए से दबाती और उसके गले को अपने हाथों से दबाती नजर आ रही हैं। वीडियो में बच्चा तड़पता हुआ भी दिखाई देता है, जिससे घटना की गंभीरता और मनोवैज्ञानिक तनाव की परतें सामने आती हैं।
घटना के कुछ ही समय बाद नितेश सिंह ने खुदकुशी कर ली थी। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी, जिसके बाद नितेश ने यह चौंकाने वाला कदम उठाया। अब सामने आई यह सीसीटीवी फुटेज मामले को पूरी तरह से एक नए एंगल से देखने को मजबूर कर रही है।
नितेश सिंह के बेटे की हालत को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है, लेकिन जो फुटेज सामने आई है, उसमें यह स्पष्ट दिख रहा है कि बच्चे के साथ शारीरिक अत्याचार हुआ है।
पुलिस द्वारा की जा रही जांच में शामिल बिंदु:
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आत्महत्या से पहले मानसिक स्थिति
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पति-पत्नी के बीच का विवाद
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बच्चे की वर्तमान हालत
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संभावित घरेलू हिंसा या मानसिक तनाव की वजह
समाज के लिए गंभीर सवाल:
यह मामला सिर्फ एक घरेलू विवाद या आत्महत्या नहीं, बल्कि एक गंभीर मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक दबाव का प्रतीक बनकर सामने आया है। क्या इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकती हैं? क्या समाज में मानसिक स्वास्थ्य को उतनी प्राथमिकता मिलती है जितनी शारीरिक स्वास्थ्य को?
निष्कर्ष:
यह घटना हर उस परिवार के लिए चेतावनी है, जो अपने अंदरूनी तनावों को समय रहते हल नहीं करता। महिला, मां और पत्नी के रूप में नितेश सिंह की भूमिका के टूटने की यह बेहद दुखद और जटिल कहानी है, जो समाज में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता और पारिवारिक संवाद की अहमियत को फिर से रेखांकित करती है।