Danish Ali On Mayawati: दानिश अली को बीएसपी ने किया निलंबित, कांग्रेस में हो सकते हैं शामिल
Danish Ali On Mayawati: बयानों को लेकर विवादों में रहने वाले और विपक्षी गठबंधन के साथ पार्टी लाइन से हटकर बीजेपी सरकार के खिलाफ सुर से सुर मिलाने वाले सांसद दानिश अली (Danish Ali) को बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। शनिवार को बसपा से निकाले जाने के बाद सांसद दानिश अली (Danish Ali) ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। बता दें कि बसपा ने दानिश अली (Danish Ali) को यह कहते हुए बाहर का रास्ता दिखाया है कि उन्होंने पार्टी की विचारधारा, नीतियों और अनुशासन का पालन नहीं किया। बता दें कि दानिश अली (Danish Ali) की जिस तरह कांग्रेस से नजदीकियां बढ़ी हैं, उससे माना जा रहा है, लोकसभा चुनाव से पहले वह कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं।
बसपा से निलंबित नेता दानिश अली (Danish Ali) ने कहा, ”मैं सिर्फ इतना ही कहूंगा कि बहन कुमारी मायावती का मैं हमेशा शुक्रगुजार रहूंगा कि उन्होंने मुझे बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) का टिकट देकर लोकसभा का सदस्य बनने में मेरी मदद की। बहन जी ने मुझे बसपा से लोकसभा में संसदीय दल का नेता भी बनाया। मुझे हमेशा उनका असीम स्नेह और समर्थन मिला है। उनका आज का फैसला मेरे लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। सफाई देते हुए उन्होंने कहा, ”मैंने अपनी पूरी मेहनत और लगन के साथ बहुजन समाज पार्टी को मजबूत करने का पूरा प्रयास किया और कभी भी पार्टी विरोधी काम नहीं किया। अमरोहा की जनता इस बात की गवाह मेरे है।
दानिश अली ने आगे कहा कि मैंने भारतीय जनता पार्टी की सरकार की जन-विरोधी नीतियों का विरोध करता रहा हूं और आगे भी करता रहूंगा। गौरतलब है कि दनिश अली की पहचान कट्टर मुसलमान के तौर पर होती है। बीते दिनों एक कार्यक्रम के दौरान भारत माता की जयकार लगाने पर मंच पर बीजेपी नेताओं से बहस करते हुए कार्यक्रम को बीच में ही छोड़कर चले गए थे। वहीं सदन में बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी से भी उलझ गए थे, जिसपर बीजेपी सांसद ने उन्हें आतंकी जैसे शब्दों से संबोधित किया था। हालांकि बाद में काफी विवाद होने पर रमेश बिधूड़ी ने दानिश अली से माफी मांग ली थी। बता दें कि बसपा की तरफ से दानिश अली को पार्टी से निकालते हुए कहा गया है कि आपको कई बार मौखिक तौर पर पार्टी विरोधी बयानबाजी करने से मना किया जा चुका है, बावजूद इसके आपका व्यवहार पार्टी की नीतियों के खिलाफ पाया गया।