Vishunpur Road Broke Down: निर्माण के सप्ताह भर में ध्वस्त हुई 2 किमी की सड़क, डामर फाड़ के अंकुरित हो रहे पौधे
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी सड़क
Vishunpur Road Broke Down: गोंडा जिला मुख्यालय से 20 किमी दूर ग्रामसभा विशुनपुर कला के चराहुवा लिंक मार्ग से तहसीलदार सिंह के घर तक प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना से बन रही 2 किमी लंबी सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है. सड़क की क्वालिटी इतनी घटिया है कि निर्माणधीन सड़क का डामर हाथ से उखड़ रहा है, तो वहीं डामर फाड़ कर पौधे अंकुरित होकर सड़क से बाहर निकल रहे हैं.
अभी तक आपने खेतों और जमीन में पौधे अंकुरित होते हुए देखे होंगे. लेकिन उत्तर प्रदेश में अजब है और यहां के अधिकारी गजब हैं, इसलिए उत्तर प्रदेश की सड़कों पर पौधे अंकुरित हो रहे हैं. यूपी के अधिकारी जो न करें कम हैं. देश के प्रधानमंत्री जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं, लेकिन उन्हीं प्रधानमंत्री के नाम से ग्रामीण सड़क योजना के अधिकारी ठेकेदार के साथ मिलकर जमकर भ्रष्टाचार करने में जुटे हैं.
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी सड़क
जानकारी के मुताबिक, परसपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत विशुनपुर कला के चराहुवा लिंक मार्ग से तहसीलदार के घर तक दो किमी लंबी प्रधानमंत्री सड़क का निर्माण कार्य किया गया है। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना से बन रही यह निर्माणधीन सड़क अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है. भ्रष्टाचार की इस 2 किमी लंबी सड़क को ठेकेदार के द्वारा लगभग 2 किमी तक निर्माण पूरा कर लिया है तो वहीं लगभग 1.5 किमी की सड़क पर ठेकदार के द्वारा सिंगल कोट किया जा चुका है.
डामर फाड़ कर पौधे हो रहे अंकुरित
निर्माण पूरे हो चुके 2 किमी लंबे मार्ग की गुणवत्ता इतनी घटिया है कि निर्माण के अभी 15 दिन भी नहीं बीते हैं और सड़क जगह-जगह से उखड़ने लगी है. इतना ही नहीं सड़क का डामर फाड़ कर पौधे अंकुरित होने लगे हैं. मामले की पड़ताल करने जब हिंदी न्यूज नाउ की टीम मौके पर पहुंची तो अलग ही नजारा देखने को मिला.
ग्रामीणों ने लगाए आरोप
मौके पर मिले कुछ ग्रामीणों ने बताया कि ”अभी लगभग 15 दिन पहले सड़क का निर्माण हुआ है, लेकिन सड़क निर्माण के कुछ दिन ही गुजरें हैं कि सड़क जगह जगह से उखड़ने लगी है. क्वालिटी इतनी घटिया किस्म की है कि सड़क के डामर मैटेरियल को हाथ से उखाड़ने पर थिक्के निकल रहे हैं. सड़क की क्वालिटी देखकर लगता है कि जैसे गिट्टी में डामर की जगह काला रंग, मोबिल ऑयल या कोयला मिलाकर नाम की सड़क बना दी गई हो. ग्रामीणों के अनुसार, किसी मिट्टी के ऊपर तेज रोलिंग हो जाए तो पौधे अंकुरित नहीं होते हैं लेकिन इस सड़क पर पौधे अंकुरित हो रहे हैं जिससे सड़क की गुणवत्ता का पता चल रहा है.”