Ayodhya में 36 हजार से अधिक रोजगार के अवसर लेकर आईं 48 कंपनियां
योगी सरकार में अयोध्या के विकास के साथ ही युवाओं को मिल रहा रोजगार
Ayodhya: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप प्रदेश के युवाओं को उनके गृह जनपद में ही रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसी क्रम में प्रदेशभर में रोजगार मेलों का आयोजन किया जा रहा है। वहीं रामनगरी अयोध्या में जहां एक तरफ विकास कार्यों को तेज गति से पूरा किया जा रहा है, साथ ही यहां के स्थानीय युवाओं को निजी क्षेत्र की कंपनियां रोजगार देने में भी अच्छी खासी रुचि दिखा रही हैं। 18 अगस्त को अयोध्या आयोजित रोजगार मेले में 36 हजार से अधिक जॉब्स ऑफर लेकर 48 से अधिक कंपनियां शामिल हुईं।
अयोध्या में स्थानीय युवाओं के सामने रोजगार के अवसर लेकर आने वाली कंपनियों में अधिकांश मैन्युफैक्चरिंग, इंजीनियरिंग, टेलीकॉम, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और आईटी जैसे क्षेत्रों से जुड़ी हुई हैं। रोजगार मेले में 10 हजार से अधिक युवाओं ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया था, वहीं अबतक इनमें से साढ़े पांच हजार से अधिक युवाओं को प्लेसमेंट का ऑफर भी मिल चुका है। अयोध्या में रोजगार के अवसर लेकर आने वाली कंपनियों में इंस्टा ह्यूमन मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड, सुजलॉन एनर्जी, टंबल ड्राई सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड, करियर ब्रिज, रीचा आईबीएम जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं।
इसके साथ ही स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत 3415 से अधिक छात्र-छात्राओं को टैबलेट व स्मार्टफोन भी वितरित किए गए। सरकार का उद्देश्य युवाओं को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने का है, ताकि भविष्य की चुनौतियों के लिए उन्हें तैयार किया जा सके। जनपदों में रोजगार मेला का आयोजन उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान तथा प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय तथा एमएसएमई विभाग के तत्वावधान में किया जा रहा है।
बता दें कि प्रदेश में मिशन रोजगार अभियान के तहत हर जिले में रोजगार मेलों का आयोजन योगी सरकार द्वारा किया जा रहा है। बीते साढ़े सात साल में साढ़े छह लाख से अधिक सरकारी और दो करोड़ से अधिक युवाओं को निजी सेक्टर में नौकरियों के अवसर प्राप्त हो चुके हैं। स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी जनपद स्तरीय वृहद रोजगार एवं ऋण मेलों में शामिल होकर युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित कर रहे हैं। दो दिन पहले ही में अंबेडकर नगर में भी सीएम योगी ने 6 हजार 7 सौ से अधिक युवाओं को विभिन्न कंपनियों में रोजगार के लिए नियुक्ति पत्र प्रदान किया था। इसके साथ ही 13 हजार से अधिक विद्यार्थियों को टैबलेट देकर टेक्नोलॉजी के जरिए सशक्त किया गया।