UP News: कानपुर पुलिस और पिरामल फाइनेंस ने शुरू किया साइबर सुरक्षा जागरूकता अभियान
UP News: कानपुर पुलिस और पिरामल फाइनेंस ने मिलकर एक महत्वपूर्ण पहल शुरू की है, जिसका उद्देश्य नागरिकों को वित्तीय साइबर धोखाधड़ी के बढ़ते खतरे से बचाना है। जैसे-जैसे डिजिटल लेन-देन बढ़ रहे हैं, धोखाधड़ी की रणनीति भी जटिल होती जा रही है। डिजिटल लेन-देन को अपनाने की बढ़ती प्रवृत्ति के साथ, धोखेबाज भी एडवांस किस्म की रणनीति अपना रहे हैं, जिससे कानपुर और उसके बाहर के लोगों के लिए सतर्क और सूचित रहना ज़रूरी हो गया है।
यह जागरूकता अभियान 20 दिसंबर, 2024 से कानपुर के विभिन्न स्थानों पर 15 दिनों तक चलेगा। इसमें जागरूकता संबंधी संदेश फैलाने के लिए नुक्कड़ नाटक, सोशल मीडिया अभियान, वीडियो, बैनर, पोस्टर और अन्य आकर्षक गतिविधियाँ शामिल होंगी, ताकि लोगों को साइबर धोखाधड़ी से खुद को बचाने के बारे में शिक्षित किया जा सके।
कार्यक्रम का उद्घाटन कार्यक्रम का उद्घाटन श्री रविन्द्र कुमार (आईपीएस), डीसीपी ट्रैफिक, कानपुर ने श्री मनीष चंद्र सोनकर, एडिशनल डीसीपी, क्राइम, कानपुर और श्री अरविंद अय्यर, हेड-मार्केटिंग, पिरामल फाइनेंस की उपस्थिति में किया।
इस पहल का उद्देश्य आम साइबर खतरों के बारे में नागरिकों को शिक्षित करना, उन्हें जोखिमों को पहचानने, निवारक उपाय अपनाने और धोखाधड़ी की प्रभावी ढंग से रिपोर्ट करने में मदद करना है। इसका उद्देश्य व्यक्तियों और परिवारों को आज की डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रहने के लिए आवश्यक ज्ञान से सशक्त बनाना है।
श्री अखिल कुमार (आईपीएस), एडीजी और पुलिस आयुक्त कानपुर ने इस अवसर पर कहा, “कानपुर में डिजिटल लेनदेन में तेजी से वृद्धि हो रही है, जिससे यह डिजिटल अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। हालांकि, इस वृद्धि के साथ, हम साइबर धोखाधड़ी के मामलों में भी लगातार बढ़ोतरी दर्ज कर रहे हैं। ऐसे में प्रत्येक नागरिक के लिए ऑनलाइन लेनदेन से जुड़े जोखिमों को समझना और इन बढ़ते खतरों से खुद को और अपने परिवार को कैसे बचाना है, यह समझना महत्वपूर्ण है। हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि कानपुर के लोग इन जोखिमों के बारे में जागरूक हों और उनके पास डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रहने के लिए उपकरण और जरूरी जानकारी हो। दरअसल, साइबर सुरक्षा आपकी जिम्मेदारी है, जागरूकता ही है असली तैयारी।”
श्री विपिन मिश्रा अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (मुख्यालय), कानपुर डीआईजी ने कहा, “जैसे-जैसे डिजिटल लेनदेन बढ़ रहे हैं, साइबर धोखाधड़ी कानपुर में अधिक से अधिक लोगों को प्रभावित कर रही है। यह बढ़ता खतरा किसी को भी प्रभावित कर सकता है, और ऐसी स्थिति में साइबर अपराधियों के काम करने के तरीके के बारे में जागरूकता बढ़ाना ज़रूरी है। हमें यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि हमारे नागरिक धोखेबाज़ों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली रणनीतियों के बारे में अच्छी तरह से अवगत हों और समझें कि शिकार बनने से कैसे बचें। इस पहल का उद्देश्य कानपुर के हर नागरिक तक पहुँचना है। उन्हें साइबर धोखाधड़ी को पहचानने, रिपोर्ट करने और रोकने के लिए आवश्यक ज्ञान और आत्मविश्वास प्रदान करना है। साथ मिलकर, हम अपने समुदाय की ऑनलाइन सुरक्षित रहने की क्षमता को मज़बूत कर सकते हैं। साइबर अपराध से बचें, सतर्क रहें, सुरक्षित रहें।”
पिरामल फाइनेंस के मार्केटिंग हैड श्री अरविंद अय्यर ने कहा, ‘‘साइबर धोखाधड़ी के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए हमें कानपुर साइबर अपराध शाखा के साथ हाथ मिलाकर खुशी हो रही है। साझा तौर पर हमारा लक्ष्य नागरिकों को डिजिटल खतरों से खुद को बचाने के लिए जागरूक करना और ज्ञान का एक मजबूत आधार तैयार करना है। हमारा सहयोग सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और एक सुरक्षित और सभी जानकारी से लैसे डिजिटल समुदाय को बढ़ावा देने के हमारे प्रयासों का प्रमाण है। साइबर साक्षरता को बढ़ाकर, हमारा लक्ष्य एक ऐसा समाज बनाना है जो आत्मविश्वास के साथ डिजिटल प्रगति को अपना सके।’’इसी तरह की जागरूकता पहल गुजरात और उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों में भी शुरू की गई है।