नई दिल्ली भगदड़: पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, दम घुटने से गई लोगों की जान
डॉक्टरों ने बताया कि हादसे में हुई मौतों की वजह ट्रॉमेटिक एस्फिक्सिया रही, मामले की जांच जारी।

नई दिल्ली: राजधानी में हाल ही में हुई भगदड़ में मारे गए लोगों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ गई है। डॉक्टरों ने पुष्टि की है कि अधिकांश मौतें ट्रॉमेटिक एस्फिक्सिया (Traumatic Asphyxia) के कारण हुई हैं, यानी दम घुटने से। विशेषज्ञों के अनुसार, भगदड़ के दौरान अत्यधिक दबाव और ऑक्सीजन की कमी के चलते पीड़ितों की मौत हुई।
क्या कहती है पोस्टमार्टम रिपोर्ट?
डॉक्टरों के अनुसार, पीड़ितों के शरीर पर बाहरी चोटों के कोई बड़े निशान नहीं मिले, लेकिन सीने पर भारी दबाव पड़ने के कारण सांस लेने में कठिनाई हुई और दम घुटने से उनकी जान चली गई। यह स्थिति तब होती है जब किसी व्यक्ति पर अचानक अत्यधिक दबाव पड़ता है, जिससे फेफड़ों में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती।
कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, भगदड़ एक बड़े धार्मिक आयोजन के दौरान हुई, जब भीड़ बेकाबू हो गई और लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। प्रशासन की ओर से भीड़ नियंत्रण में चूक होने की आशंका जताई जा रही है।
जांच के आदेश जारी
सरकार ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। पुलिस और प्रशासन पूरे मामले की समीक्षा कर रहे हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
डॉक्टरों की सलाह
विशेषज्ञों का कहना है कि भीड़भाड़ वाले स्थानों में जाने से पहले लोगों को सतर्क रहना चाहिए और प्रशासन को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने चाहिए। ट्रॉमेटिक एस्फिक्सिया से बचने के लिए लोगों को भीड़ में धक्का-मुक्की से बचना चाहिए और खुले स्थान की तलाश करनी चाहिए।
इस घटना ने दिल्ली में भीड़ नियंत्रण और सार्वजनिक सुरक्षा उपायों को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन इस पर क्या ठोस कदम उठाता है।
मुआवजे का ऐलान: मृतकों के परिजनों को 10 लाख, घायलों को आर्थिक सहायता
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़ हादसे में मारे गए लोगों और घायलों के लिए मुआवजे का ऐलान कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस ने पुष्टि की है कि इस दुर्घटना में अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है। रेलवे प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
इसके अलावा, गंभीर रूप से घायल लोगों को 2.5 लाख रुपये, जबकि मामूली रूप से घायल लोगों को 1 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। प्रशासन का कहना है कि पीड़ितों के परिवारों को जल्द से जल्द सहायता राशि प्रदान की जाएगी।