फतेहपुर ट्रिपल मर्डर: गोलियां मारने के बाद लाशों पर मारे डंडे, प्रत्यक्षदर्शी बोला- खून से लाल हो गया था डंडा
मृतक में बीकेयू जिला उपाध्यक्ष शामिल, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुला मौत का खौफनाक सच, पुलिस की 10 टीमें तलाश में

उत्तर प्रदेश : के फतेहपुर जिले के हथगाम थाना क्षेत्र के अखरी गांव में मंगलवार सुबह हुई तिहरी हत्या ने पूरे जिले को दहला दिया। पूर्व प्रधान सुरेश सिंह उर्फ मुन्नू सिंह और उसके बेटों व साथियों पर आरोप है कि उन्होंने बरसों पुरानी रंजिश के चलते प्रधान के दो बेटों और पौत्र की निर्मम हत्या कर दी। तीनों को न सिर्फ गोलियों से छलनी किया गया, बल्कि शवों पर डंडों से वार कर गुस्सा भी निकाला गया।
🔫 कैसे हुआ हमला? – पूरी वारदात का विवरण
पोस्टमार्टम रिपोर्ट और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमला बेरहमी से सोची-समझी योजना के तहत किया गया:
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विनोद सिंह उर्फ पप्पू को सीने, पेट और कमर के नीचे 5 गोलियां मारी गईं।
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अभय प्रताप सिंह (21) को सीने व पेट में 2 गोलियां लगीं।
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अनूप सिंह को कनपटी पर 32 बोर की गोली मारी गई।
तीनों के शरीर से 312 और 32 बोर के तमंचों से निकले छर्रे भी मिले। हमले के बाद शवों को डंडों से पीटा गया, जिससे डंडे भी खून से लाल हो गए।
⚔️ रंजिश की जड़ें पुरानी पीढ़ी तक फैली
यह विवाद कोई नया नहीं था।
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मुन्नू सिंह के पिता और पप्पू सिंह के पिता लाल बहादुर के बीच भी सालों तक झगड़े हुए थे।
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कभी मारपीट और गाली-गलौज, तो कभी सुलह और साथ खाना, लेकिन तनाव कभी खत्म नहीं हुआ।
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वर्तमान पीढ़ी में यह रंजिश घातक रूप में सामने आई।
🚜 घटना कैसे शुरू हुई? – खेत में आटा लाने से बवाल तक
14 अप्रैल को मुन्नू सिंह के घर बरमभोज का आयोजन था।
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उनका बेटा पीयूष, ट्रैक्टर से आटा लाने निकला।
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पप्पू सिंह, दरवाजे पर खड़ा था।
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पीयूष की घूरने और गाली-गलौज से बहस शुरू हुई।
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बात मारपीट और फिर गोलीबारी तक पहुंच गई।
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मुन्नू सिंह पर लाठी से वार किया गया, और गिरते ही फायरिंग शुरू हो गई।
🧍♂️ कौन थे मृतक और आरोपी?
मारे गए:
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विनोद सिंह (45) – मृतक, बीकेयू टिकैत गुट के जिला उपाध्यक्ष
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अनूप सिंह (40) – मृतक
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अभय प्रताप सिंह (21) – मृतक, पप्पू सिंह का बेटा
आरोपी:
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सुरेश सिंह उर्फ मुन्नू (पूर्व प्रधान)
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पीयूष सिंह (पुत्र)
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भूपेंद्र, सज्जन, विवेक, जान उर्फ विपुल – अन्य आरोपी
🚔 कार्रवाई और जांच: 10 टीमें गठित, 3 गिरफ्तार
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अनूप की पत्नी मनीषा की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज
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6 के खिलाफ एफआईआर, तीन आरोपी गिरफ्तार
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10 विशेष पुलिस टीमें फरार आरोपियों की तलाश में लगीं
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स्कॉर्पियो से भाग निकले थे आरोपी
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एडीजी प्रयागराज, आईजी प्रेम कुमार मौके पर पहुंचे
🪦 गांव में तनाव, 4 घंटे तक नहीं उठे शव
हत्या की खबर मिलते ही गांव में हजारों की भीड़ जमा हो गई।
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ग्रामीणों ने हंगामा कर शव नहीं उठने दिए।
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एसपी धवल जायसवाल के कड़े आश्वासन के बाद चार घंटे बाद पोस्टमार्टम के लिए शव भेजे गए।
📢 निष्कर्ष:
फतेहपुर का यह तिहरा हत्याकांड न सिर्फ गांव की जमीनी रंजिश का खतरनाक चेहरा उजागर करता है, बल्कि यह सवाल भी खड़ा करता है कि क्या समय रहते प्रशासन हस्तक्षेप करता, तो तीन जानें बच सकती थीं? पुलिस अब पूरी ताकत से आरोपियों की तलाश में जुटी है और कानून के शिकंजे में लाने की कोशिशें तेज़ कर दी गई हैं।
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