Lokbandhu Hospital Fire: शॉर्ट सर्किट नहीं, बीड़ी-सिगरेट के टुकड़े ने कराई आगजनी – जांच रिपोर्ट में खुलासा
तीन दिन में जांच पूरी कर शासन को सौंपी रिपोर्ट, एमसीबी और सर्किट सिस्टम में नहीं मिला कोई तकनीकी दोष

लखनऊ : राजधानी लखनऊ के लोकबंधु राज नारायण संयुक्त चिकित्सालय में हाल ही में हुए अग्निकांड को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। प्रारंभिक रूप से शॉर्ट सर्किट को जिम्मेदार मानते हुए जांच शुरू की गई थी, लेकिन अब पांच सदस्यीय जांच कमेटी की रिपोर्ट में बीड़ी या सिगरेट का टुकड़ा ही आग लगने का कारण बताया गया है। रिपोर्ट तीन दिन में तैयार कर शासन को भेज दी गई है।
🔥 अग्निकांड की असली वजह: जलती बीड़ी या सिगरेट
जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि किसी कर्मचारी या आगंतुक द्वारा जलती हुई बीड़ी या सिगरेट को खिड़की के रास्ते स्टोर रूम में फेंकने की वजह से आग लगी। स्टोर में मौजूद कागज़, कॉटन, गत्ते के डिब्बे और स्प्रिट जैसे ज्वलनशील पदार्थ होने के कारण आग ने तुरंत विकराल रूप ले लिया।
🧪 शॉर्ट सर्किट के नहीं मिले सबूत
- जांच के दौरान सभी MCB और स्विच चालू हालत में पाए गए, जिससे शॉर्ट सर्किट की संभावना खारिज हुई।
- डिस्ट्रीब्यूशन बॉक्स में आइसोलेशन वार्ड के एसी की MCB पहले से बंद मिली, जिसे एसी टेक्नीशियन ने पहले ही बंद कर दिया था।
- नर्सिंग स्टेशन के एसी की MCB ऑन जरूर थी, लेकिन अन्य सभी लाइट और फैन सर्किट की MCB बंद थीं।
🏥 घटना का स्थान और परिस्थितियाँ
- आग दूसरी मंज़िल के फीमेल मेडिसिन वार्ड में लगी थी, जो ICU कॉरिडोर के पास है।
- पीछे की तरफ बने एल-शेप सर्जिकल स्टोर में ज्वलनशील सामग्री रखी गई थी।
- स्टोर से जुड़ी वेंटिलेशन विंडो सीधे नर्सिंग स्टेशन के शौचालय और फीमेल वार्ड से जुड़ती थी, जिससे जलती बीड़ी/सिगरेट आसानी से स्टोर तक पहुंच सकती थी।
📋 रिपोर्ट की अन्य प्रमुख बातें:
- एसी की इनडोर यूनिट आग के कारण गर्म हो गई थी और दीवार से गुजरने वाली कॉपर पाइप्स को नुकसान पहुंचा।
- आइसोलेशन वार्ड में यूपीएस सप्लाई से बिजली आपूर्ति हो रही थी, जिसे जांच के दौरान बंद किया गया।
- जांच टीम ने घटना से जुड़ी साक्ष्य, स्टाफ के बयान और टेक्निकल निरीक्षण के आधार पर रिपोर्ट तैयार की।
👥 जांच टीम के सदस्य:
- सुनील कुमार – सहायक निदेशक (विद्युत सुरक्षा)
- आनंद कुमार गुप्ता, आरएन यादव, मुलायम सिंह यादव – तकनीकी सदस्य
- डॉ. संगीता गुप्ता – निदेशक, लोकबंधु अस्पताल
- डॉ. राजीव दीक्षित, डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी – चिकित्सा अधिकारी
- डॉ. एपी सिंह – चीफ फार्मासिस्ट
📆 समयरेखा:
तारीख | घटना विवरण |
---|---|
15 अप्रैल | रात को फीमेल मेडिसिन वार्ड में आग लगना |
16 अप्रैल | जांच टीम का गठन |
18 अप्रैल | जांच पूरी, रिपोर्ट शासन को सौंपी गई |
📌 निष्कर्ष:
लोकबंधु अस्पताल अग्निकांड की घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी सरकारी परिसर में स्मोकिंग जैसी लापरवाहियाँ किस हद तक गंभीर हादसे का रूप ले सकती हैं। रिपोर्ट ने अस्पताल प्रशासन की ज़िम्मेदारियों को भी रेखांकित किया है — जहां निगरानी और सुरक्षा उपायों की सख्त ज़रूरत है।
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