Exit Poll: दो राज्य विधानसभाओं के एक्जिट पोल में अनुमान लगाया गया है कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सत्ता में वापसी होगी जबकि दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में आम आदमी पार्टी भाजपा को बेदखल कर सकती है। अधिकतर टेलीविजन चैनलों ने चुनाव सर्वे करने वाली एजेंसियों के साथ मिलकर कहा है कि गुजरात में भारतीय जनता पार्टी की आसान जीत होगी। कांग्रेस पार्टी दूसरे स्थान पर रहेगी। गुजरात में सघन चुनाव प्रचार अभियान चलाने वाली आम आदमी पार्टी दहाई तक पहुंच सकती है। रिपब्लिक टीवी और पी मार्ग एक्जिट पोल के अनुसार भारतीय जनता पार्टी को राज्य में 128 से 148 तथा कांग्रेस को 30 से 42 सीटें मिल सकती हैं जबकि आप के हिस्से में दो से 10 सीटें आ सकती हैं। जन की बात के अनुसार भाजपा को 117 से 140 तथा कांग्रेस को 34 से 51 सीट मिल सकती हैं। आप के हिस्से में 6-13 सीटें आने का अनुमान लगाया गया है। टीवी9 गुजरात का अनुमान है कि भाजपा को 125 से 130, कांग्रेस को 40 से 50 और आप को 3 से 5 सीटें मिलेंगी।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के एक्जिट पोल में अधिकतर चैनलों ने भाजपा की सत्ता में वापसी का अनुमान लगाया है। हालांकि एक टीवी चैनल ने कांग्रेस को बढ़त दिलाई है। रिपब्लिक टीवी और पी मार्ग एक्जिट पोल के अनुसार भाजपा को राज्य में 34 से 39 तथा कांग्रेस को 28 से 33 सीटें मिल सकती हैं जबकि आप के हिस्से में एक सीट आ सकती है। टाइम्स नाउ ने भाजपा को 34 से 42 और कांग्रेस को 24 से 32 सीटें दी हैं। जी न्यूज के अनुसार भाजपा को 35 से 40 और कांग्रेस को 20 से 25 सीटें मिल सकती हैं। भाजपा की जीत के इन अनुमानों के विपरीत आजतक ने अनुमान लगाया है कि कांग्रेस पार्टी चुनाव में भाजपा से आगे रहेगी। कांग्रेस को 30 से 40 जबकि भाजपा काे 24 से 34 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस हर विधानसभा चुनाव में एक-दूसरे के साथ सत्ता की अदला-बदली करते रहे हैं। इस बार चुनाव में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा जोड़ो यात्रा के कारण प्रचार में भाग नहीं लिया। इसके बावजूद कांग्रेस के अपेक्षाकृत अच्छे प्रदर्शन का अनुमान लगाया गया है। गुजरात विधानसभा चुनाव के परिणामों के संबंध में सभी सर्वे एजेंसियों का आम राय है कि भाजपा की सत्ता में एक बार फिर वापसी होगी। पार्टी गुजरात में पिछले 27 वर्षों से सत्तारूढ़ रही है। यदि एक्जिट पोल सही साबित होते हैं तो राज्य में भाजपा की यह लगातार सातवीं चुनावी विजय होगी। पिछले विधानसभा चुनाव (2017) में कांग्रेस ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी थी। राज्य में पाटीदार आरक्षण आंदोलन के कारण सौराष्ट्र क्षेत्र में भाजपा को भारी नुकसान हुआ था। राज्य में हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिगनेश मेवाणी का युवा नेतृत्व उभरा था, जिसने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व को भी चुनौती दी थी। भाजपा पहली बार 100 के आंकड़े से नीचे 99 पर अटक गई थी। दिल्ली नगर निगम में आम आदमी पार्टी के पहली बार बहुमत पाने की संभावना है। राज्य विधानसभा चुनावों में आप लगातार दो बार 2015, 2020 में भारी जीत हासिल कर चुकी है। दिल्ली नगर निगम पर भाजपा का पिछले 15 वर्षों से कब्जा रहा है। वर्ष 2012 में दिल्ली को तीन नगर निगमों में बांट दिया गया था जबकि इस वर्ष तीनों को फिर एक कर दिया गया। एकीकरण के बाद 250 वार्डों के लिए रविवार को मतदान हुआ था। अधिकतर एक्जिट पोल में दिल्ली नगर निगम में आप की आसान जीत का अनुमान लगाया गया है। आजतक के अनुसार आप को 149 से 171 सीटें मिल सकती है जबकि भाजपा को 69 से 91 सीटें मिलने की संभावना है। कांग्रेस के खाते में केवल 3 से सात सीटें आने का अनुमान है। टाइम्स नाउ ने आप को 146 से 156 तथा भाजपा को 84 से 94 सीटें दी हैं। कांग्रेस के हिस्से में 6 से 10 सीटें आ सकती हैं। जन की बात के अनुमान के अनुसार आप को 159-175, भाजपा को 70-92 और कांग्रेस को 4-7 सीटें मिलेंगी।
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