Wrestlers Protest: भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष के बृजभूषण शरण सिंह (Brijbhushan Sharan Singh) के खिलाफ महिला पहलवानों की तरफ से लगाए गए यौन शोषण के आरोपों का शुरू से ही राजनीति से प्रेरित माना जा रहा था। जिसकी अब कलई खुलने लगी है। 8 जून को सरकार और पहलवानों के बीच वार्ता के बाद जारी गतिरोध खत्म होने की तरफ है। वहीं नाबालिग पहलवान के पिता ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से बातचीत करते हुए बड़ा खुलासा किया है। पिता का दावा है कि उन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brijbhushan Sharan Singh) के खिलाफ यौन उत्पीड़न की झूठी शिकायत दर्ज कराई थी।
नाबालिग पहलवान के पिता ने कहा कि बदले की भावना के चलते उन्होंने बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brijbhushan Sharan Singh) के खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज कराई थी। अब वह अपनी गलती को सुधारना चाहते हैं। वह चाहते हैं कि अदालत से पहले यह सच सबके सामने आ जाये। समाचार एजेसी से नाबालिग के पिता ने कहा कि सरकार की तरफ से पिछले वर्ष हुए ट्रायल में उनकी बेटी की हार की निष्पक्ष जांच का वादा किया है। इसलिये ही उन्होंने अब मामले में सच बोलने का फैसला किया है। गौरतलब है कि 8 जून दिन बुधवार को ही केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ प्रदर्शनकारी पहलवान साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया के साथ बैठक की थी। इसके बाद पहलवानों ने 15 जून तक अपने आंदोलन स्थगित कर।
नाबालिग पहलवान के पिता का दावा
नाबालिग पहलवान के पिता ने अपनी और अपनी बेटी की बृजभूषण सिंह के खिलाफ खड़े होने के बारे में जवाब देते हुए कहा कि इसकी शुरुआत लखनऊ में 2022 में एशियाई अंडर 17 चैम्पियनशिप के ट्रायल से हुई थी। इसमें नाबालिग लड़की फाइनल में हारकर भारतीय टीम में जगह बनाने से रह गई थी। रैफरी के फैसले के लिए उन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को दोषी ठहराया। नाबालिग के पिता ने कहा कि इससे वह बदले की भावना से भर गया था, क्योंकि रैफरी के एक फैसले से उसकी बच्ची की एक साल की मेहनत बेकार हो गई थी। उसने कहा, मैंने बृजभूषण सिंह से बदला लेने का फैसला किया।